Haridwar प्राइवेट अस्पतालों का झोला छाप सिस्टम, कर्मचारी की मौत पर हंगामा, पहली तीन मौतों में क्या कहती है सिस्टम की रिपोर्ट

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Haridwar के प्राइवेट अस्पतालों के झोला छाप सिस्टम के चलते अब सिडकुल के कर्मचारी श्रीचंद्र शर्मा की मौत हुई है। हिंदुस्तान यूनिलिवर के कर्मचारी श्रीचंद्र शर्मा को एक्सीडेंट के बाद रानीपुर मोड स्थित सुश्रत ट्रामा सेंटर में सर्जरी के लिए लाया गया था। आरोप है कि सर्जरी के दौरान मरीज को एनसथीसिया देने के दौरान गलती हुई जिसके बाद मरीज की मौत हो गई। कर्मचारियों ने अस्पताल के बाहर हंगामा काटा, जिसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने हर बार की तरह इस बार भी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है।

क्या है पूरा मामला
एक माह पूर्व सिडकुल की हिंदुस्तान युनिलीवर फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारी श्री चंद शर्मा सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे। उन्हें तब सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सिटी अस्पताल में एक सर्जरी होने के बाद दूसरी सर्जरी होने की बात इलाज कर रहे शिक्षक डॉक्टर सुमंतु विरमानी ने कही थी। आरोप है कि तीन दिन पूर्व सिटी अस्पताल में डॉक्टर से मिले थे। तब डॉक्टर ने न्यू हरिद्वार कॉलोनी में अपने निजी क्लीनिक में कम दाम में सर्जरी करने की बात कही थी
कम दाम में सर्जरी होने पर फैक्ट्री कर्मी श्री चंद शर्मा भर्ती हो गए थे,जहां ऑपरेशन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। आनन फानन में उन्हें बंगाली अस्पताल में भर्ती रैफर कर दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

Haridwar

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दो गर्भवती महिलाओं और एसआर मेडिसिटी में युवती की मौत की रिपोर्ट क्या कहती है
हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में भी जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। लेकिन पिछले तीन मौतों के मामले में स्वास्थ्य विभाग की टीम क्या कहती है। बहादराबाद के निजी अस्पताल में दो गर्भवती महिलाओं की मौत के लिए गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार एक महिला की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई जबकि दूसरी महिला की मौत ब्लड चढाने के दौरान हुए रिएक्शन के चलते हुई। इन दोनों मामलों में डॉक्टर की लापरवाही सामने नहीं आई है।

एसआर मेडिसिटी को भी मिली क्लीन चिट
वहीं ज्वालापुर निवासी युवती की मौत के मामले में परिजनों ने हंगामा किया था। एसआर मेडिसिटी की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि युवती पहले से गंभीर बीमार थी और डॉक्टरों की लापरवाही से मौत नहीं हुई है। कुल मिलाकर तीनों महिलालाअें की मौत के लिए डॉक्टर या अस्पताल की ओर से कोई लापरवाही नहीं हुई है। अब आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि कर्मचारी की मौत रिपोर्ट क्या आएगी।

Haridwar प्राइवेट अस्पतालों का झोला छाप सिस्टम, कर्मचारी की मौत पर हंगामा, पहली तीन मौतों में क्या कहती है सिस्टम की रिपोर्ट
Haridwar प्राइवेट अस्पतालों का झोला छाप सिस्टम, कर्मचारी की मौत पर हंगामा, पहली तीन मौतों में क्या कहती है सिस्टम की रिपोर्ट