*उत्तराखंड सरकार का बड़ा कदम: प्रतिबंधित कफ सिरप पर सख्त कार्रवाई*
Ateeq sabri:-उत्तराखंड सरकार ने बच्चों की सुरक्षा और जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रतिबंधित कफ सिरप और औषधियों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग और एफ.डी.ए. की टीमें प्रदेशभर में छापेमारी कर रही हैं।
*प्रतिबंधित दवाएं:*- *Dextromethorphan*
युक्त सिरप- *Chlorpheniramine Maleate + Phenylephrine Hydrochloride*
संयोजन वाली दवाएं चार वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिबंधित
*महत्वपूर्ण बिंदु:*-
दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को बिना डॉक्टर की सलाह के खांसी या जुकाम की दवा नहीं देनी चाहिए।- पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चों में इन दवाओं का सामान्य उपयोग अनुशंसित नहीं है।- डॉक्टरों को प्रतिबंधित कफ सिरप न लिखने की सलाह दी गई है।- एफ.डी.ए. ने राज्यभर में कफ सिरप की सैंपलिंग शुरू की है और दोषपूर्ण या हानिकारक दवाओं को बाजार से हटाया जा रहा है
*सरकार की कार्रवाई:*
उत्तराखंड सरकार ने इस संबंध में सख्त कदम उठाए हैं। एफ.डी.ए. की टीमें प्रदेशभर में सक्रिय हैं और दोषपूर्ण दवाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। अपर आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन एवं ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने जनता से अपील की है कि वे बच्चों को प्रतिबंधित दवाएं न दें और किसी भी तरह की अनियमितता की शिकायत होने पर तुरंत प्रशासन को सूचित करें
¹ ².*डॉक्टरों से अपील:*
डॉ. आर. राजेश कुमार ने प्रदेश के सभी चिकित्सकों से आग्रह किया है कि वे बच्चों के लिए प्रतिबंधित कफ सिरप न लिखें और केंद्र सरकार की एडवाइजरी का पालन करें ¹ ³.