उत्तराखण्ड कांग्रेस विधानसभा, हरिद्वार पंचायत चुनाव और नगर निकाय चुनाव में हार की हैट्रिक मारने के बाद कांग्रेस संगठन में बदलाव करने जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष के लिए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, मनोज तिवारी, भुवन कापड़ी, मनोज रावत, विरेंद्र रावत और यशपाल आर्य का नाम चल रहा है। प्रदेश अध्यक्ष के साथ ही प्रदेश भर में सभी टीमें भी बदली जाएगी। खासतौर पर डब्बा गोल नेताओं की संगठन से छुट्टी किए जाने की प्रबल संभावना है।
किसके के लिए हो रही है लॉबिंग
उत्तराखण्ड में लगातार हार का सामना कर रही कांग्रेस कई गुटों में बटी है। इनमें हरीश रावत, यशपाल आर्य, प्रीतम सिंह और करण माहरा गुट है। हालांकि समय समय पर ये सभी गुट अपने नफे नुकसान हो देखते हुए एक दूसरे के खिलाफ महागठबंधन बनाते रहते हैं और इसी गुटबाजी में कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। लेकिन 2027 में कांग्रेस को फिर से खडा करने के लिए संगठन में जान फूंकने की कसरत की जा रही है।
इसके लिए गढवाल से गणेश गोदियाल, मनोज रावत के नाम पर चर्चा है। जबकि कुमाउं से मनोज तिवारी, विरेंद्र रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और नेता उप प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी के नाम सामने आए हैं।

उत्तराखण्ड कांग्रेस
क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार
वरिष्ठ पत्रकार अवनीश प्रेमी बताते है कि जमीनी कार्यकर्ता गणेश गोदियाल के पक्ष में हैं। जबकि कई बड़े नेता हरीश रावत गुट को छोड़कर किसी अन्य की पैरवी करने में लगे हैं। यशपाल आर्य के नेता भी लॉबिंग में लगे हैं। वरिष्ठ पत्रकार महावीर नेगी बताते हैं कि कांग्रेस के पास धरातल पर संगठन नहीं है। मजबूत विपक्ष के लिए कांग्रेस का मजबूत होना जरुरी है लेकिन चुनाव से पहले ही संगठन की बागडोर संभालने के लिए सारे गुट एक दूसरे पर तलवार ताने हुए हैं। ऐसे में 2027 से पहले कांग्रेस संगठन में कैसे जान फूंक पाएगी।