विकास कुमार/ अतीक साबरी।
प्ले बाय यानी जिगोलो यानी मेल सेक्स वर्कर या कहें पुरुष वैश्या या पुरुष कॉल बॉय बनने का ख्वाब दिखाकर लाखों युवाओं से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर पुलिस ने चार युवतियों सहित दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि ये इंटरस्टेट गैंग है जो कई राज्यों में फैला हुआ है और दो फर्जी वेबसाइटों के जरिए युवाओं को रोजगार दिलाने के नाम पर ठगी की जाती थी। गौरतलब है कि हरिद्वार में भी कुछ समय पहले शहर भर में प्ले बॉय बनकर पांच से दस हजार रुपए रोजाना कमाने के पोस्टर लगे थे जिसके झांसे में कई युवा आएं होंगेए लेकिन बदनामी के डर से कोई सामने नहीं आता। लेकिन दिल्ली के मौहम्मद आदिल नाम के युवा ने नौकरी दिलाने के नाम पर पचास हजार रुपए ठगे जाने की शिकायत दिल्ली पुलिस से की जिसके बाद इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ।
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कैसे चलाते थे प्ले बॉय बनाने का धंधा
दिल्ली पुलिस ने बताया कि प्ले बॉय और जिगोलो नाम से दो वेबसाइट बनाई हुई थी। जिसमें कम समय में मोटा पैसा कमाने का लालच बेरोजगार युवाओं को दिया जाता था। पुलिस ने जांच में वेस्ट दिल्ली और पटियाला पंजाब के लिंक पाए। इसमें सबसे पहले अमित गांधी को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद जया कोचर, माही, हरमन, रंजना और लीसा को भी गिरफ्तार किया गया। इनको दिल्ली और पंजाब से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि ये लडकों को जिगोलो यानी प्ले बॉय बनाने के लिए पहले 2500 रुपए रजिस्ट्रेशन के लेते थे इसके बाद मेडिकल फिटनेस और होटल में ठहराने व ट्रांसर्पोेशन आदि के नाम पर हजारों रुपए ठग लेते थे। इसके बाद ये अपना मोबाइल नंबर बंद कर देते थे। अधिकतर युवा बदनामी के डर से सामने नहीं आते थे।
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हरिद्वार में लगाए गए थे प्ले बॉय बनने के पोस्टर
वहीं कुछ समय पहले हरिद्वार शहर में जगह’जगह किसी ने प्ले बॉय बनने के पोस्टर चिपका दिए थे। जिसमें प्ले बॉय बनने के बाद हजारों रुपए प्रतिदिन कमाने का झांसा युवाओं को दिया गया था। हालांकि ये पता नहीं चल पाया ये पोस्टर किसने लगाए थे। लेकिन इंटरस्टेट गैंग का खुलासा होने के बाद संभावना है कि ये गैंग इससे जुडा हो सकता है।
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