विकास कुमार/ऋषभ चौहान।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक को मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिल पाने के बाद अब हरिद्वार का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, इस पर सभी की निगाहे हैं। सवाल ये भी है कि क्या मदन कौशिक अब भाजपा की राजनीति में हाशिये पर चले जाएंगे अगर हां तो ये बडा सवाल होगा कि आखिर फिर हरिद्वार जनपद से हरिद्वार झंडा देहरादून के गलियारों में कौन संभालेगा। इस बार में वरिष्ठ पत्रकारों से बात की।
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स्वामी यतीश्वरानंद या प्रदीप बत्रा को मिल सकता है मौका
वरिष्ठ पत्रकार अवनीश प्रेमी बताते है। कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के बनने के बाद स्वामी यतीश्वरानंद का बद बढ गया है। हालांकि वो अपना चुनाव हार गए थे। लेकिन सरकार में कई विभाग और पद ऐसे हैं जो कैबिनेट मंत्री का दर्जा वाले हैं। ऐसे में हरिद्वार का प्रतिनिधित्व की बात आती है तो स्वामी यतीश्वरानंद को यहां सेट किया जा सकता है, इसमें खनन, वन विकास निगम आदि शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर राज्यमंत्री की बात करें तो पंजाबी कोटे से प्रदीप बत्रा का नंबर आ सकता है। वरिष्ठ पत्रकार राव शफात अली बताते हैं कि अभी तीन पद बचे हैं और अगर विस्तार होता है तो मदन कौशिक को जगह दी जा सकती है। लेकिन इसकी संभावना कम ही है। वहीं दूसरी ओर प्रदीप बत्रा को शामिल किया जा सकता है, वरना स्वामी यतीश्वरानंद भी दर्जाधारी हो सकते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार महावीर नेगी बताते हैं कि चार वरिष्ठ विधायकों में मदन कौशिक को शामिल ना किया जाना हैरानी भरा कदम हो सकता है। लेकिन इसकी संभावना पत्रकार पहले से लगा रहे थे। हरिद्वार जनपद में भाजपा का बुरा प्रदर्शन भी इसका एक कारण है। वहीं मदन कौशिक को लेकर जिस तरह के शिकायतों का एक लंबा दौर चला उससे भी उनको नुकसान हुआ है। जहां तक बात है हरिद्वार का प्रतिनिधित्व करने की तो साफ है स्वामी यतीश्वरानंद अब हरिद्वार की शक्ति का केंद्र होंगे और आने वाले दिनों में मदन कौशिक को काफी दिक्कतें होने वाली है। उधर, प्रदीप बत्रा का भी नंबर राज्यमंत्री में आ सकता है।
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