विकास कुमार।
कुंभ मेला कोरोना टेस्टिंग घोटाले में पुलिस ने घोटाले के मुख्य अभियुक्त शरत पंत और उनकी पत्नी मल्लिका पंत को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी हरिद्वार की ओर से एसएसपी कार्यालय में प्रेस वार्ता की गई जिसमें उन्होंने घोटाले से जुड़े हुए कई महत्वपूर्ण सवालों का जवाब दिया। जब उनसे पूछा गया की क्या इस घोटाले में कुछ अफसर भी शामिल है और उनकी गिरफ्तारी की क्या संभावना है। इस सवाल के जवाब में एसएसपी हरिद्वार डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि जांच अभी चल रही है और अभी किसी को क्लीन चिट नहीं दी गई है। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी आरोपियों के बारे में जानकारी दी जाती रहेगी।
एसएसपी ने यह भी बताया की अभी इसमें पांच अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी होनी है। हालांकि जब उनसे पूछा गया कि क्या इसमें कोई राजनीतिक व्यक्ति या प्रशासनिक अफसर है या नहीं तो उन्होंने इसकी जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने मल्लिका पंत और शरत पंत की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दोनों कोरोना घोटाले में मुख्य आरोपी है और पिछले काफी समय से फरार चल रहे थे।
उन्होंने बताया कि दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा अभी तक इस मामले में 3 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इससे पहले पुलिस ने देल्फिया लैब के मालिक आशीष वशिष्ठ को गिरफ्तार किया था। वही नलवा लैब के डॉक्टर नवतेज नलवा को पुलिस गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है। जबकि पुलिस का दावा है कि अभी 5 लोगों को और गिरफ्तार किया जाना है। मल्लिका और शरत मैक्स कॉर्पोरेट सर्विस की मालिक है। इन्होंने ही कुंभ मेला स्वास्थ विभाग से कोरोना टेस्टिंग का काम लिया था। जो दस्तावेज मैक्स सर्विस ने लगाए थे वह फर्जी पाए गए थे। जांच के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में प्रशासनिक जांच के बाद कुंभ मेला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अर्जुन सिंह सिंगर और डॉक्टर त्यागी को स्वास्थ विभाग ने निलंबित कर दिया था अभी इनकी जांच चल रही है।