विकास कुमार।
दूसरे शाही स्नान के बाद शहरवासियों के निशाने पर आए हरिद्वार के व्यापारी नेताओं ने मंगलवार को मेला पुलिस के साथ बैठक का बहिष्कार कर दिया और वो पुलिस लाइन में आयोजित बैठक में मेला आईजी संजय गुंंज्याल से मिलने नहीं गए। हालांकि बाद में पुलिस के दो सीनियर अफसर व्यापारियों को मनाने पहुंचे जिन्हें व्यापारियों ने अपनी पीडा से अवगत कराया। हालांकि अभी भी सोशल मीडिया पर व्यापारी नेता और विभिन्न व्यापारी संगठन आमजन व व्यापारियों के निशाने पर बने हुए हैं और सोशल मीडिया पर इनको ट्रोल किया जा रहा है।
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व्यापारी नेता क्यों आए निशाने पर
दूसरे शाही स्नान पर मेला प्रशासन ने करीब 35 लाख लोगों के स्नान करने के आंकडे जारी किए लेकिन व्यापारियों की मानें तो शहर की सडकें सूनी थी और होटल व धर्मशाल खाली। जबकि घाटों पर भी इतनी भीड नहीं थी। वहीं दूसरी ओर व्यापारियों और आम लोगों को पुलिस की जगह—जगह की गई नाकेबंदी से भी दिक्कतों का सामना करना पडा। सोशल मीडिया पर सोमवार को दिन चढते ही लोग अपनी इस समस्या को फेसबुक पर साझा करते हुए व्यापारी संगठनों और व्यापारी नेताओं पर निशाना साधने लगे थे। इसके बाद व्यापारी नेताओं ने मंगलवार को बैठक कर मेला आईजी संजय गुंज्याल के साथ रखी गई मीटिंग में जाने से इनकार कर दिया।
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क्या कहते हैं व्यापारी नेता
व्यापारी नेता संजीव नैयर ने बताया कि हरिद्वार के व्यापारियों के साथ जो वायदे मेला प्रशासन और पुलिस ने किए थे उन पर वो खरे नहीं उतरे हैं। सोमवार को जगह—जगह व्यापारियों को रोका गया। जबकि शहर की सडकें लगभग सूनी पडी थी। जो लोग आए भी थे उन्हें यहां वहां भेजा जा रहा था। व्यापारी दोपहर तक ग्राहकों का इंतजार करते रहे। उन्होंने कहा कि जो आंकडे प्रशासन ने जारी किए हैं उस पर भी संशय है। 35 लाख लोगों की भीड गले नहीं उतर रही है। यही कारण है कि हमने आज मेला पुलिस की मीटिंग का बहिष्कार कर दिया। हालांकि पुलिस के दो अफसर हमसे मिलने आए थे जिन्हें हमने अपनी समस्या से अवगत करा दिया है। अब पुलिस ने आश्वासन दिया है।