चंद्रशेखर जोशी।
हरिद्वार में अब तक 21 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनमें से 12 की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। फिलहाल ये रिपोर्ट राहत भरी खबर लेकर आई है। जबकि बाकी की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। वहीं दूसरी ओर स्वासथ्य विभाग ने भगवानपुर स्थित नारसन बार्डर में लोगों की जांच करने के लिए स्क्रीनिंग टीमें लगा दी है। इसके अलावा बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर भी बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं जिलाधिकारी और एसएसपी हरिद्वार ने लोगों को 31 मार्च तक अपने घरों में रहने की हिदायत दी है। सिर्फ आवश्यक सामानों की दुकानें खुली रहेंगी। वहीं प्रशासन ने हरिद्वार में धारा 144 लागू कर दी गई है। यहां लोगों के पांच से ज्यादा एकत्र होने पर रोक लगा दी है। लॉकडाउन के बाद भी जो दुकानें खुली थी उनको पुलिस बंद करा रही है।
स्वास्थ्य विभाग से जारी आंकडों के अनुसार हरिद्वार में अब तक कोरोना के संदिग्ध मामलों को देखते हुए 21 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इनमें से 12 लोगों के सैंपल निगेटिव आए हैं। वहीं दूसरी ओर नौ लोगों के सैंपल आना अभी बाकी है। जिन लोगों के सैंपल आना अभी बाकी है। उनमें छह मेला अस्पताल में भर्ती हैं जबकि एक रूडकी के आइसोलेशन वार्ड में और एक हरिद्वार के निजी अस्पताल में भर्ती है।
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लॉकडाउन में हौंसला रखें और घर में रहें
22 मार्च के सफल लॉकडाउन के बाद 31 मार्च तक उत्तराखण्ड में लॉकडाउन कर दिया गया है। लिहाजा शासन प्रशासन ने लोगों से लॉकडाउन में घरों में ही रहने की हिदायत दी है। एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबूदई कृष्ण राज एस ने बताया कि लॉकडाउन में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जाएगी। आवश्यक सामानों को छोडकर जो भी दुकानें या आॅफिस खोलेग उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि आवश्यक सामानों जैसे राशन, सब्जी और फलों की कालाबाजारी या जमाखोरी की शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन में कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इस लॉकडाउन को सफल बनाने में सहयोग करना चाहिए।