चंद्रशेखर जोशी।
वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद श्रीवास्तव ने मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर आदमखोर गुलदार के शिकार लोगों को पचास लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग की है। साथ ही घायलों को पांच लाख रुपए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
आयोग को लिखे अपने पत्र में उन्होंने कहा कि हरिद्वार में आए दिन मानव और वन्य जीवों में संघर्ष हो रहा है।
इसके कारण अभी तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। हरिद्वार में गुलदार आए दिन लोगों की जान ले रहा है। उन्होंने कहा कि वन्यजीवों के हमलों में मारे गए मृतकों को पचास लाख रुपए मुआवजा दिया जाना चाहिए। ताकि उनका परिवार चल सके। वहीं घायलों को भी पांच लाख रुपए मुआवजा दिया जाने की मांग उन्होंने की है। उन्होंने कहा कि वन्यजीवों के संघर्ष रोकने में वन विभाग और प्रशासन पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है। ऐसे में इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने पत्र में रूल आॅफ लॉ एंड जस्टिस फांउडेशन की ओर से उत्तराखण्ड सरकार के मुख्य सचिव को पार्टी बनाया है। जबकि मुख्य सचिव उत्तराखण्ड सरकार, सचिव वन एवं संपदा उत्तराखण्ड सरकार, जिला अधिकारी हरिद्वार, राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक, डीएफओ हरिद्वार और टाइगर रिजर्व की चीला व हरिद्वार वार्डन को भी पार्टी बनाया गया है।