उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय पदों की लिखित प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्रों के फोटो को अज्ञात व्यक्ति द्वारा आउट करने और उनके स्क्रीनशॉट को सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रसारित करने के मामले में SIT ने जांच शुरू की है।
पुलिस की जांच में क्या हुआ खुलासा?
- SIT की जांच में पता चला है कि परीक्षा शुरू होने से पहले राज्य के किसी भी जिले से प्रश्न पत्र लीक या आउट होने की कोई सूचना नहीं थी।
- परीक्षा समाप्त होने के बाद समय करीब 1:30 बजे जानकारी मिली कि सोशल मीडिया पर पेपर के कुछ प्रश्नों के फोटो लेकर उन्हें 11:35 बजे आउट किए जाने के स्क्रीनशॉट प्रसारित किए जा रहे हैं।
- पुलिस ने पाया कि प्रश्न पत्र के फोटो सबसे पहले टिहरी में असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन के पास आए थे, जिन्होंने अपने मोबाइल पर स्क्रीनशॉट सेव कर लिए थे।
- सुमन ने पुलिस को बताया कि उन्हें खालिद मलिक ने प्रश्न पत्र के फोटो भेजे थे, जो हरिद्वार के रहने वाले हैं और सीपीडब्ल्यूडी में संविदा पर जे0ई0 के पद पर नियुक्त थे।
बॉबी पंवार की भूमिका
- सुमन ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बॉबी पंवार को इस प्रकरण की जानकारी दी थी, लेकिन बॉबी पंवार ने उन्हें पुलिस में जाने से रोक दिया और स्क्रीनशॉट मांगते हुए उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई
- पुलिस ने उत्तराखंड प्रतियोगी परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम एवं रोकथाम के उपाय) अध्यादेश 2023 के तहत अभियोग पंजीकृत किया है।
- पुलिस ने अभियुक्तों की पहचान करते हुए उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की हैं।
अब तक की जांच में क्या हुआ खुलासा?
- अब तक की जांच में किसी भी संगठित गिरोह या पेपर लीक करने वाले गैंग की संलिप्तता नहीं पाई गई है।
- पुलिस ने पाया कि एक सेंटर से किसी व्यक्ति द्वारा प्रश्न पत्र के कुछ प्रश्नों की फोटो लेकर भेजा जाना प्रकाश में आया है।



