हरकी पैडी वायरल वीडियो: श्री गंगा सभा बोली गंदगी नहीं हवन कुंड की पूजन सामग्री है, वीडियो भ्रामक है

हरकी पैडी वायरल वीडियो: श्री गंगा सभा बोली गंदगी नहीं हवन कुंड की पूजन सामग्री है, वीडियो भ्रामक है
शेयर करें !

सोशल मीडिया पर हरकी पैडी मुख्य घाट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि हरकी पैडी पर गंगा में गंदगी डाली जा रही है। इस वीडियो पर गंगा सभा की प्रतिक्रिया आई है, क्योंकि गंगा सभा ही हरकी पैडी मुख्य घाट की देखरेख और सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभालती है। गंगा सभा के अध्यक्ष पंडित नितिन गौतम ने बताया कि गंगा में डाली जा रही जिस सामग्री को कथित तौर पर गंदगी कहा जा रहा है वो गंदगी नहीं बल्कि हवन कुंड की पूजन सामग्री है। इस गंदगी कहना पाप का भागी बनना है। उन्होंने वीडियो के बारे में पूरी जानकारी दी है।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दिन का है वीडियो
पंडित नितिन गौतम ने बताया कि वीडियो वायरल होने का हमें पूरा संज्ञान है। ये वीडियो कार्तिक पूर्णिमा स्नान वाले दिन का है। किसी यात्री ने ये वीडियो बनाकर बिना सच्चाई जाने वायरल किया है। कार्तिक पूर्णिमा जैसे बडे स्नान पर्वों पर देश विदेश से गंगा भक्त आते हैं और हवन कुंड में पूजा सामग्री डाल आहूति देते हैं। इस पूजा सामग्री गंदगी नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि ये हवन कुंड में पूजन की सामग्री है, जिसमें फूल और हवन कुंड पूजन सामग्री की राख है।

गंगा सभा हरकी पैडी घाट की देखरेख और सफाई व्यवस्था संभालती है और गंगा की निर्मलता के प्रति सजग है। इस तरह से वीडियो बनाकर बिना सच्चाई जाने जनता को भ्र​मित करना ठीक नही है। हमारी सभी गंगा भक्तों से अपील है कि वीडियो की सच्चाई जाने बिना कमेंट कर पाप के भागी ना बनें। ये सरासर मां गंगा का अपमान है, गंगा में कोई गंदगी नहीं डाली गई है ना ही डाली जाती है। कोई इस पूजन सामग्री को कूडा या गंदगी साबित नहीं कर सकता है। ऐसे लोग श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने का काम कर रहे है। जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

नगर निगम भी हुआ सक्रिय
वहीं नगर निगम भी इस वीडियो को लेकर सक्रिय हो गया है। नगर निगम हरिद्वार के अपर नगर आयुक्त दीपक गोस्वामी ने बताया कि श्री गंगा सभा हरकी पैडी घाट की व्यवस्था देखती है। श्री गंगा सभा के अपने कर्मचारी है जो चौबीस घंटे सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभालते हैं। इस संबंध में श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है।