विकास कुमार/ऋषभ चौहान।
हरिद्वार में नवरात्र के मौके पर व्रत खोलने के लिए कुट्टू के आटे से बना भोजन खाने पर करीब सौ लोगों के बीमार होने की खबर है। वहीं इनमें से करीब 72 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जिनकी हालत खतरे से बाहर है। उधर, जिलाधिकारी हरिद्वार सहित आला अधिकारियों ने मरीजों का हाल जाना। वहीं सबसे ज्यादा मरीज ब्रह्मपुरी, गाजीवाली, लालढांग क्षेत्र के हैं। इनमें कई महिलाएं और बच्चे भी हैं। वहीं खाद्य विभाग की लापरवाही पर भी सवाल खडे हो रहे हैं। उधर, डीएम ने सैंपल लेने के आदेश दिए हैं और मिलावटी व खराब आटा देने वालों के खिलाफ रासुका के तहत मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं।
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ज्वालापुर के दो आढ़तियों ने किया था आटा सप्लाई
बताया जा रहा है कि ज्वालापुर के दो आढ़तियों से आटे की सप्लाई विभिन्न दुकानों पर की गई थी। प्रशासन के मुताबिक इनके पास से सैंपल लिए गए हैं और सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट के बाद आरोपी सिद्ध होने पर दोनों आढतियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। वहीं सैंपल लेने के दौरान आढतियों और खाद्य सुरक्षा विभाग के कर्मचारियों में कहासुनी भी हुई।
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सप्लाई आटे को बेचने और प्रयोग करने पर रोक
वहीं जिस आटे को खाकर लोगों की तबीयत बिगडी है, उसके बेचने पर रोक लगा दी गई है। साथ ही लोगों से भी गुजारिश की गई है कि वो इस तरह के कुट्टे के आटे का प्रयोग ना करें। वहीं जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा विभाग को लगातार सैंपलिंग करने के भी आदेश दिए हैं। वहीं मरीजों का हाल जानने के लिए नगर विधायक मदन कौशिक, हरिद्वार ग्रामीण की विधायक अनुपमा रावत और पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, सतपाल ब्रह्मचारी अस्पताल पहुंचे थे।