चंद्रशेखर जोशी।
कोरोना वायरस को लेकर जिला प्रशासन ने धार्मिक प्रतिष्ठानों, मंदिर—मस्जिदों में धार्मिक आयोजनों पर रोक लगा दी है। 31 मार्च तक ये रोक जारी रहेगी।वहीं दूसरी ओर लोगों से घरो में रहने के लिए कहा गया है। ताकि संक्रमण को रोका जा सके। गौरतलब है अगले दो सप्ताह भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं, इसलिए सरकार और सरकारी तंत्र कोई भी जोखिम लेने की स्थिति में नहीं है। इसलिए लोगों को एहतियात बरतने के लिए कहा जा रहा है। वहीं हरिद्वार और रूडकी के आइसोलेशन वार्ड में कुछ सात भारतीय भर्ती हैं। लक्षणों के आधार पर इनको भर्ती किया गया है। इन सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
जिलाधिकारी सी रविशंकर की ओर जारी आदेश में कहा गया है कि प्रदेश में महामारी रोग, अधिनियम नियंत्रण कोविड—19 2020 लागू कर दिया गया है। लिहाजा वचायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जनपद हरिद्वार के समस्त धार्मिक प्रतिष्ठानों, मंदिर—मस्जिद आदि में आयोजित होने वाले धार्मिक आयोजनों को 31 मार्च 2020 तक बंद किया जाता है।
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निरंजनी अखाडे ने बंद किए अपने मंदिर
निरंजनी अखाडे ने हरिद्वार और ऋषिकेश के अपने मंदिरों को बंद करने का ऐलान किया है। इनमें मंसा देवी मंदिर, बिल्केश्वर मंदिर, हनुमान मंदिर और वीर भद्र मंदिर ऋषिकेश को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। ये सभी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद किए गए हैं।
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हरिद्वार में सात लोग आइसोलेशन में
हरिद्वार और रूडकी के आईसोलेशन वार्ड में सात लोगों को भर्ती कराया गया है। इसमें पांच हरिद्वार में और दो रूडकी में भर्ती है। इनकी स्थित सही है और सभी के सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी भेजे गए हैं। सीएमओ डा. सरोज नैथानी ने बताया कि हरिद्वार में कुल 510 नागरिकों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।