विकास कुमार।
भारतीय रेलवे ने मेला प्रशासन के उस प्रस्ताव को मानने से इनकार कर दिया है जिसमें कुंभ मेला 2021 के 12 और 14 अप्रैल को होने वाले शाही स्नान के अवसर पर ट्रेनों को हरिद्वार रेलवे स्टेशन से बाहर दूसरे रेलवे स्टेशनों पर रोकने की बात कही गई थी।रेलवे ने यह कहते हुए इस प्रस्ताव को लागू करने से इंकार कर दिया कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन के बाहर ज्वालापुर लक्सर और रुड़की में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के उचित इंतजाम नहीं हैं। साथ ही यहां ट्रेनों को रोकने के लिए ज्यादा प्लेटफार्म भी नहीं हैं। इस वजह से अब ट्रेनें सीधे हरिद्वार आएंगी। हालांकि रेलवे ने इस बात को जरूर माना कि हरिद्वार से पहले ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर शाही स्नान पर आने वाली ट्रेनों को थोड़ा ज्यादा वक्त तक रोका जाएगा।
ताकि हरिद्वार आने वाले यात्रियों को ज्वालापुर ही उतारा जा सके। इसके अलावा जो यात्री हरिद्वार उतरना चाहेंगे, उनको हरिद्वार उतार दिया जाएगा। इस संबंध में उत्तरी रेलवे के मुरादाबाद मंडल के डीआरएम तरुण प्रकाश ने दूसरे रेलवे अफसरों के साथ सोमवार को हरिद्वार रेलवे स्टेशन का दौरा किया और 12 बार 14 अप्रैल को होने वाले शाही स्नान पर रेलवे की व्यवस्था के संबंध में बैठक की। उन्होंने कहा कि मेला प्रशासन द्वारा की मांग की गई थी कि हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर शाही स्नान के दौरान ट्रेनों को ना आने दिया जाए लेकिन ऐसा करना व्यवहांरिक नहीं है क्योंकि हरिद्वार रेलवे स्टेशन के बाहर दूसरे स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन के उचित इंतजाम नहीं है। साथ ही कोरोना को देखते हुए भी इंतजाम हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर ही किए गए हैं। लेकिन हम ज्वालापुर रेलवे स्टेशन पर हरिद्वार आने वाली ट्रेनों को कुछ ज्यादा समय के लिए रोकेंगे। ताकि यात्री हरिद्वार के बजाय ज्वालापुर उतर सकें।
उन्होंने यह भी कहा कि कोराना की नेगेटिव रिपोर्ट व रजिस्ट्रेशन के साथ हरिद्वार कुंभ में आने के संबंध में हरिद्वार आने वाले सभी यात्रियों को पूर्व सूचना दी जा रही है और लगभग 60% यात्री कॉविड गाइडलाइन का पालन भी करते हुए अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं।