Property in Ramnagar नैनीताल के रामनगर में आरक्षिण वन भूमि पर अवैध कब्जा कर बेचने का मामला सामने आया है। तराई पश्चिमी वन प्रभाग और रामनगर वन प्रभाग के अपर कोसी आरक्षित वन क्षेत्र में कई भू माफियाओं के सरकारी भूमि पर कब्जा धड़ल्ले से बेची जा रही थी। इसकी शिकायतें सामने आने के बाद सरकार ने नैनीताल प्रशासन से इसकी जांच कराई, जिसके बाद सरकारी भूमि पर प्लाटिंग का खेल खुल गया। अब सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में कड़ा एक्शन लेते हुए एसआईटी गठित कर दी है।
क्या है पूरा मामला
सरकार के पास रामनगर में अपर कोसी आरक्षित वन क्षेत्र में अवैध कब्जा किये जाने, सरकारी भूमि पर कब्जा किये जाने एवं स्टाम्प पेपरों में भूमि को क्रय-विक्रय कर सरकारी भूमि पर कब्जा किये जाने शिकायत आई थी।
इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट नैनीताल द्वारा एसडीएम रामनगर से प्रारंभिक जांच करवाई गई थी। Property in Ramnagar
एसडीएम द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर जिला मजिस्ट्रेट, नैनीताल द्वारा शासन को रिपोर्ट उपलब्ध कराई गई। इसी रिपोर्ट के क्रम में वन भूमि/राजस्व भूमि पर अवैध कब्जा किये जाने, स्टाम्प पेपरों के माध्यम से राजकीय भूमि का क्रय-विक्रय किये जाने तथा प्रकरण में आर्थिक अपराध सहित अन्य अपराध भी सम्मिलित होने की संदिग्धता के दृष्टिगत प्रकरण में विशेष जांच दल (SIT) से जांच कराये जाने के संबंध में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं।
Property in Ramnagar
क्या कर रहा था स्थानीय प्रशासन
लेकिन सवाल ये भी है कि अगर रामनगर के आरक्षित क्षेत्र की भूमि पर अवैध कब्जा कर बेची जा रही थी तो स्थानीय प्रशासन क्या कर रहा था और क्यों सरकार तक शिकायत पहुंचने का इंतजार प्रशासन करता रहा। इन सब सवालों के जवाब एसआईटी तलाशेगी। नैनीताल का रामनगर अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। ऐसे में यहां आरक्षित वन भूमि को बेचने के मामले ने तूल पकड़ लिया है।