नगर निगम हरिद्वार ने नगर को स्वच्छ बनाने लिए कठोर कदम उठाने शुरु कर दिए हैं। शहरवासियों से लगातार आग्रह करने के बाद गंदगी करने पर जुर्माना वसूलने की कार्रवाई भी की जाएगी। इसके लिए निगम ने सभी 36 सुपरवाइजरों को पेनल्टी लगाने का अधिकार दे दिया है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम कूड़ा प्वाइंटों पर कैमरे से निगरानी करने की योजना पर काम कर रहा है। ताकी शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने में मदद मिल सके।
सुपरवाइजरों को मिला अधिकारी
स्वच्छता को प्रभावी बनाने और गंदगी फैलाने वालों पर लगाम लगाने के लिए निगम प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है। नगर निगम के सभी 36 सुपरवाइज़रों को अब चालान करने का अधिकार (अधिकृत अधिकार) प्रदान कर दिया गया है। उन्हें उत्तराखंड एंटी लिटरिंग एवं एंटी स्पिटिंग एक्ट, 2016 के अंतर्गत प्रतिदिन चालान जारी करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। सुपरवाइज़र अब शहर भर के Garbage Vulnerable Points (GVPs) पर कड़ी निगरानी रखेंगे। वे इन स्थलों पर कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करेंगे और साथ ही लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी करेंगे।
नगर निगम हरिद्वार

दो एजेंसियों पर लगाया जुर्माना
इसी क्रम में, बुधवार को नगर निगम के अधिकारियों ने कई वार्डों में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान यह पाया गया कि शहर के कुछ वार्डों में अनुबंधित सफाई फर्मों द्वारा निर्धारित समय पर कूड़ा एकत्र नहीं किया गया था। स्वच्छता व्यवस्था में इस गंभीर चूक को देखते हुए नगर निगम प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों फर्मों पर ₹25,000 का चालान किया।
नगर निगम की लोगों से अपील
नगर निगम ने हरिद्वार के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे शहर को स्वच्छ, सुंदर और आदर्श नगर बनाने में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करें। नागरिकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे कूड़ा केवल निर्धारित स्थानों पर ही डालें, सफाई कर्मियों के कार्य में सहयोग करें और गंदगी फैलाने से बचें। यह पूरा अभियान नगर निगम अधिनियम एवं संबंधित नियमों के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य हरिद्वार की सफाई व्यवस्था में गुणात्मक सुधार लाना है।




