चंद्रशेखर जोशी।
हरिद्वार में मानव तस्करी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक उत्तरी हरिद्वार के खडखडी क्षेत्र की रहने वलाी 14 साल की किशेारी को उसकी सगी मौसी ने पचास हजार में बेच दिया। किशोरी एक साल से घर से लापता थी। घटना का खुलासा तब हुआ जब किशेारी दो दिन पहले अपने घर वापस आई। उसने परिजनों को पूरी आपबीती सुनाई इसके बाद पुलिस को इत्तला दी गई। किशेारी ने बताया कि उसे हरियाणा के बहादुरगढ के रहने वाले मंजीत सिंह को बेचा गया था। मंजीत ने किशोरी से करीब एक साल पहले शादी कर ली थी। वो काफी समय से मंजीत से बचकर भागने का प्रयास कर रही थी। लेकिन उसे मौका नहीं मिल पा रहा था। तभी अचानक मंजीत ने उसे घर में अकेला छोड दिया और वो घर से भाग आई।
खडखडी चौकी प्रभारी राजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि किशेारी करीब एक साल पहले घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। किशेारी की काफी तलाश की गई लेकिन उसका कुछ पता परिजनों को नहीं लग पाया। किशोरी दो दिन पहले अपने घर लौट आई। तो उसने बताया कि उसको उसकी मौसी गुड्डी जो कि हरिद्वार में बाल्मिकी बस्ती में रहती थी बहलाकर अपने साथ पंजाब ले गई थी। पंजाब में कुछ समय रखने के बाद किशोरी को मुज्जफरनगर में रखा गया। जहां उसे राजेश नाम के युवक को पचास हजार में बेच दिया। राजेश हरियाणा के दासा बार्डर, बहादुरगढ, हरियाणा का रहने वाला है। राजेश ने बाद में किशोरी की शादी अपने एक रिश्तेदार मंजीत से करा दी। मंजीत एक फैट्री में काम करता था।
पुलिस ने गुड्डी को गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेज दिया जबकि अन्य आरोपियों की तलाश के लिए एक टीम हरियाणा भेजी जा रही है। पुलिस ने बताया कि किशोरी काफी गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है और उसके पिता का भी देहांत हो गया है। घर में उसकी मां है जो लकडी बीन कर गुजर बशर करती है। पुलिस ने मानव तस्करी का मामला दर्ज कर लिया है।
मौसी ने पचास हजार में हरिद्वार की किशोरी को हरियाणा में बेचा, ऐसे हुआ खुलासा
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