रतनमणी डोभाल। मजार मामला
मजार मामले में मुस्लिम वोटरों का गुस्सा झेल रहे हरिद्वार के पांच कांग्रेसी विधायक सोमवार को जिलाधिकारी से मिले और इस दौरान उन्होंने अपने गुस्से का इजहार किया। वहीं मजार मामले से ज्यादा विधायकों का गुस्सा निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को लेकर था। कांग्रेस विधायकों ने उमेश को भाजपा का एजेंट तक बता दिया और यहां तक कह दिया कि प्रशासन उमेश कुमार के इशारे पर काम कर रहा है।
वहीं कांग्रेस विधायकों के विरोध हंगामे को अधिकतर मुस्लिम लोग दिखावा करार दे रहे हैं। कई पूछ रहे हैं कि विधायक रवि बहादुर, अनुपमा रावत, विरेंद्र जाती, ममता राकेश और फुरकान मजार तोडे जाने वाले दिन क्या कर रहे थे, क्यों उन्होंने तब विरोध नहीं जताया या मौके पर नहीं पहुंचे।
विधायकों के विरोध पर क्या बोले मुस्लिम लोग
वहीं सोमवार को विधायकों के विरोध पर मुस्लिम लोगों की राय सही नहीं है। स्थानीय निवासी अलीम कुरैशी व अतहर अली ने बताया कि विधायक रवि बहादुर और कांग्रेस के अध्यक्ष राजीव चौधरी सबसे ज्यादा विरोध कर रहे थे। लेकिन आर्य नगर स्थित मजार को गिराए जाने के दौरान ये कहां थे, जबकि इनके निवास स्थान की दूरी मजार से चंद मिनटों की थी।
इन्होंने वहां पहुंचकर विरोध क्यों नहीं किया और अन्य विधायक अनुपमा रावत, फुरकान, विरेंद्र जाती और ममता भी उस दिन कहां थी। अपने कामों के लिए ये रात को भी डीएम और एसएसपी को जगा देते हैं लेकिन जिनके वोटों से चुनाव जीतते हैं उनके पक्ष की बात बोलते हुए इनका गला क्यों सूख जाता है। लोग फेसबुक पर भी अपना विरोध जता रहे हैं और कांग्रेसी विधायकों से वाल पूछ रहे हैं। मजार मामला
क्या उमेश कुमार की तरफ झुक रहे हैं मुस्लिम
मजार मामले में कांग्रेस विधायकों और नेताओं की चुप्पी से मुसलमानों में बहुत गुस्सा है। वहीं उमेश कुमार इस नारजागी का फायदा मिल सकता है। हालांकि सोमवार को विधायकों ने विरोध दर्ज कराया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और मजार को हटाया जा चुका था।
इसलिए उमेश की सक्रियता को देखते हुए कांग्रेस विधायक सीधे तौर पर अपना वोट बैंक खिसकते देख उमेश पर हमलावर हो गए। उन्होंने उमेश को भाजपा का एजेंट तक बता दिया। एक विधायक ने तो ये भी कह दिया कि उमेश कुमार के खनन आदि के काम हो रहे हैं जबकि अन्य विधायकों को पूछा नहीं जा रहा है। मजार मामला
- HRDA Sports Complex से कुंभनगरी हरिद्वार को मिलेगी खेल नगरी की नई पहचान, बोले सीएम पुष्कर सिंह धामी
- test
- Nagar Nigam Haridwar किसने तोड़ा हरिद्वार मेयर का सपना, किस नेता पर उठ रहे सवाल, क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार
- कलियर:-मूलभूत सुविधाएं भी नहीं:नगर पंचायत बनने के बाद भी कस्बावासियो को नहीं मिलीं सुविधाएं
- Nagar Nigam Haridwar दो वरिष्ठ पत्रकारों की पत्नियों में हो सकती है मेयर की महाजंग, भाजपा—कांग्रेस से पत्रकारों की दावेदारी
Average Rating