विकास कुमार।
अमूमन पुलिस धार्मिक स्थलों पर भीख मांग कर गुजारा करने वाले भिखारियों को या तो खदेड़ देती है या फिर बैगर एक्ट में चालान कर भिक्षुक गृह में या फिर शहर से बाहर छोड़ आती है। लेकिन हरिद्वार कुंभ मेला की जिम्मेदारी संभाल रहे आईजी कुंभ संजय गुंज्याल के प्रयास से हरिद्वार हरकी पैडी पर भिक्षा मांगने वाले भिखारियों की जिंदगी में नया सवेरा आया है। आईजी संजय गुंज्याल ने अपने निजी प्रयासों से समाजसेवी संस्थाओं की मदद के जरिए भिक्षुकों का ना बल्कि चेहरा बदला बल्कि उनके अंदर एक अच्छा और सम्मानजनक जीवन जीने की आशा भी पैदा कर दी है। भिक्षुक गृह में भिक्षुकों को सेविंग आदि के बाद स्नान कराकर अच्छे गर्म कपड़े भी दिए गए। यही नहीं उनके रहने की अच्छी व्यवस्था का भी प्रबंधन किया गया।
खुद आईजी संजय गुंज्याल ने भिक्षुक गृह जाकर सारी व्यवस्था का जायजा लिया।
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भिक्षुक बोले शुक्रिया साहब
वहीं अपने साथ पुलिस के इस बदले व्यवहार और बेतर बर्ताव से खुश भिक्षुकों ने कुंभ मेला पुलिस का शुक्रिया अदा किया। यही नहीं आईजी संजय गुंज्याल के हाथों गरम कपड़े लेने के दौरान भिक्षुकों ने शुक्रिया साहब भी बोला। आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि धर्मस्थल पर भिक्षुकों की संख्या बहुत ज्यादा रहती है। अधिकतर भिक्षुक बुजुर्ग हैं उनके पास कोई आशियाना या रात गुजारने का ठिकाना भी नहीं होता है। उनकी पूरा जीवन भीक्षा पर निर्भर रहता है। कई ऐसे जो मजबूरी में भीख मांग कर गुजारा कर रहे हैं। हमने सभी का बेहतर जीवन बनाने का प्रयास किया है। इसमें सामाजिक संसथाओं ने भी मदद की है।
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सेहतमंद भिक्षुकों को दिया जाएगा काम
वहीं सेहतमंद भिक्षुकों को कुंभ मेला पुलिस ने मेला पुलिस के जरिए काम देने का भी निर्णय लिया है। उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें पुलिस लाइन या अन्य जगह संविदा पर काम दिया जाएगा। साथ ही जो भिक्षुक कुछ सीखना चाहते हैं उनको भी भिक्षुक गृह में प्रशिक्षण दिया जाएगा। आईजी संजय गुंज्याल ने बताया कि हमारा मकसद भिक्षुकों का जीवन बेहतर बनाना है।