Haridwar Nagar Nigam मतदान के बाद भाजपा के मेयर पद के चुनाव को लेकर भीतरघात की खबरें सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि भाजपा को समर्थन करने वाले एक बड़े वर्ग का बड़ा हिस्सा भाजपा से बगावत कर गया है। वहीं ज्वालापुर में एक बार मेयर पद पर कांग्रेस को वोट मिले हैं। वहीं हरिद्वार के साठ वार्डों में कई बड़े दिग्गजों की सांसें अटकी हुई हैं। कई सीटों पर मुकाबला करीबी हुआ है। जबकि कई सीटों पर धनबल और फर्जी वोटिंग से राह आसान होती दिख रही है।

क्या कांग्रेस दोहरायगी इतिहास
पिछले चुनाव में मेयर प्रत्याशी अन्नु कक्कड़ करीबी मुकाबले में हार गई थी। इस बार भाजपा की किरण जैसल शुरुआत से मजबूत नजर आ रही थी। लेकिन, आखिर में भाजपा के बड़े वर्ग के जिस तरीके से भीतरघात करने की खबरें सामने आ रही है अगर वो असरदार रहा तो भाजपा को दिक्कतें आ सकती है।
हालांकि वरिष्ठ पत्रकार आदेश त्यागी बताते हैं कि कांग्रेस इस चुनाव को अगर मजबूती से लडती तो और ज्यादा फायदा देखने को मिलता। ज्वालापुर में कांग्रेस को वोट मिला है, जो पहले ये माना जा रहा था कि नुकसान हुआ है। लेकिन, मुस्लिम वर्ग के बडे हिस्से ने कांग्रेस को वोट किया है। हालांकि भाजपा को अभी भी मजबूत माना जा रहा है।

वार्डों में कईयों की सांसें अटकी, कई रहे भारी
वार्डों में इस बर कनखल और उत्तरी हरिद्वार के कई दिग्गजों की सीटें अटकी हुई है। मुकाबला करीबी होने के कारण मामला अटका हुआ है और ज्वालापुर, मध्य हरिद्वार कई सीटें कांग्रेस और भाजपा को बढत दिला रही है। ज्वालापुर के कई वार्डों में कांग्रेस के पक्ष में अच्छा मतदान होने के कारण कांग्रेस प्रत्याशियों की मजबूत स्थिति है। हालांकि वरिष्ठ पत्रकार आदेश त्यागी बताते हैं कि इस चुनाव में धनबल का जमकर प्रयोग हुआ है, जिसका असर तनीजों पर साफ देखने को मिलेगा।