विकास कुमार।
नगर निगम हर महीनों करोडों रुपए शहर की सफाई व्यवस्था पर खर्च करता है। बावजूद इसके जब शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल मालवीय घाट पर आयोजित नगर निगम के कार्यक्रम में पहुंचे तो मंत्रीजी गंगा घाट की और गंगा मैया को प्रणाम करने पहुंच गए लेकिन जहां मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल खडे हुए वहां कचरे का अंबार था और इसके कारण मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल आगे नहीं बढ़ पाए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
————————————
प्लासिटक का विकल्प कार्यक्रम में पहुंचे थे मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल
असल में मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल को नगर निगम हरिद्वार ने प्लास्टिक की बोटल और शीट का विकल्प उपलब्ध कराने वाली स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यक्रम में बुलाया था। इस दौरान लाखों रुपए में तैयार किए गए गीत का भी उद्धाटन किया जाना था। लेकिन जब सीसीआर में मीटिंग के बाद मंत्री मालवीय घाट पर पहुंचे तो वहां हालात बद से बदतर थे। वरिष्ठ पत्रकार रतनमणी डोभाल ने बताया कि हरिद्वार में कूडा प्रबंधन भ्रष्टाचार की भेेंट चढ गया हैं। अधिकारी एसी कमरों में बैठकर योजनाएं बना रहे हैं जबकि ये योजनाएं धरातल पर कारगर साबित नहीं होती है। वहीं मेयर अनीता शर्मा ने पूरे पांच साल अधिकारियों के सिर पर ठीकरा फोड कर अपना पल्ला झाडा है। जबकि वास्तविकता ये है कि शहर का हाल बद से बदतर है और करोडों प्रबंधन के बाद भी कचरा प्रबंधन नहीं हो पा रहा है। मेयर के साथ साथ अधिकारी और कुछ पार्षदों को छोडकर अधिकतर पार्षद इसके लिए जवाबदेह है।