पोस्टमार्टम हाउस में चूहे ने खा ली शव की आंख, डीएम ने सीएमएस सहित डे इंचार्ज से मांगा जवाब, मुकदमा दर्ज करने की तैयारी

पोस्टमार्टम हाउस में चूहे ने खा ली शव की आंख, डीएम ने सीएमएस सहित डे इंचार्ज से मांगा जवाब, मुकदमा दर्ज करने की तैयारी
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हरिद्वार के पोस्टमार्टम हाउस में रखी गई एक मृतक व्यक्ति की आंख चूहे द्वारा खाने के बेहद गंभीर और शर्मनाक मामले में जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। जिलाधिकारी (DM) ने जांच रिपोर्ट आने के बाद तत्काल प्रभाव से चीफ मेडिकल सुपरिंटेंडेंट (CMS) और पोस्टमार्टम इंचार्ज डॉक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इसके अलावा, पीएम हाउस के रखरखाव की जिम्मेदारी वाली ठेकेदार एजेंसी पर भी कड़ी कार्रवाई करते हुए उस पर मुकदमा दर्ज किए जाने की तैयारी है।

लापरवाही पर सख्त हुए डीएम
पूरा मामला पंजाबी धर्मशाला के मैनेजर लक्की शर्मा की मौत से जुड़ा है। लक्की शर्मा का शव पोस्टमार्टम के लिए पीएम हाउस में रखा गया था, जहां भीषण लापरवाही के कारण एक चूहे ने उनकी आंख को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया। इस हृदय विदारक घटना के सामने आते ही मृतक के परिजनों ने तत्काल पुलिस में तहरीर (शिकायत) दर्ज कराई थी। परिजनों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने तुरंत एक उच्च-स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया था।

पोस्टमार्टम हाउस

पोस्टमार्टम हाउस में चूहे ने खा ली शव की आंख, डीएम ने सीएमएस सहित डे इंचार्ज से मांगा जवाब, मुकदमा दर्ज करने की तैयारी
पोस्टमार्टम हाउस में चूहे ने खा ली शव की आंख, डीएम ने सीएमएस सहित डे इंचार्ज से मांगा जवाब, मुकदमा दर्ज करने की तैयारी

ठेकेदार एजेंसी पर दर्ज हो सकता है मुकदमा
जांच कमेटी ने हाल ही में अपनी विस्तृत रिपोर्ट डीएम को सौंपी, जिसमें पीएम हाउस में घोर लापरवाही की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के आधार पर ही सीएमएस और पोस्टमार्टम इंचार्ज को इस अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार मानते हुए नोटिस जारी किया गया है।

सबसे बड़ी गाज पीएम हाउस के सैनिटेशन और रख-रखाव का जिम्मा संभालने वाली ठेकेदार एजेंसी पर गिर सकती है। सूत्रों के अनुसार, इस एजेंसी की सेवाएं समाप्त करने के साथ ही, जिम्मेदारी से भागने और लापरवाही बरतने के आरोप में उस पर मुकदमा (FIR) भी दर्ज किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए और संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द नोटिस का संतोषजनक जवाब देना होगा। इस मामले ने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।