Vikas Kumar.
चचा विधायक है हमारे, फिर भला बिना एनओसी के क्रशर चलाकर करोड़ों के वारे न्यारे करें या फिर क्रशर सीज से अवैध खनन सामग्री ठिकाने लगा दें, भला किसकी हिम्मत है जो हमें रोक दें। जी हां, दो विधायकों का चहेता एक क्रशर स्वामी आजकल सीज क्रशर से अवैध खनन कर एकत्र की गई खनन सामग्री को ठिकाने लगाने में जुटा है, उसके पीछे मंशा यह है कि जिलाधिकारी ने जो एक करोड़ का जुर्माना लगाया है, फिर से पैमाइश कराकर उसे रकम को बेहद कम कराया जा सकें। जिला प्रशासन के अफसर अब भी जानबूझकर धृतराष्ट्र बने बैठे है। पिछले दिनों जिला प्रशासन ने हिम्मत दिखाते हुए दो सत्ता वाले विधायकों के लाडले क्रशर स्वामी का अवैध रुप से चल रहा स्टोन क्रशर सीज कर दिया था। अवैध रुप से चल रहे क्रशर में अवैध खनन सामग्री पाई गई थी, तब उस पर एक करोड़ का जुर्माना भी ठोका गया था।
लेकिन जुर्माने की रकम को कम कराने का खेल भी फिर शुरु हो गया था और अब उसी योजना के तहत रात के अंधेरे में क्रशर कैंपस से अवैध खनन सामग्री ठिकाने लगाई जा रही है। यह अवैध खनन सामग्री ऋषिकेश की तरफ भेजी जा रही है। खनन सामग्री ठिकाने लगाने के बाद फिर से जब पैमाइश होगी तब बेहद ही कम सामग्री क्रशर कैंपस में होगी, उसी हिसाब से बेहद ही कम जुर्माना लगाया जाएगा, इस तरह की चर्चा बनी हुई है। हिम्मत की ही बात है सीज क्रशर से अवैध खनन सामग्री उठाई जा रही है। लक्सर से लेकर हरिद्वार में बैठे जिला प्रशासन के अफसर भला क्या कर रहे है, यह क्रशर स्वामी की हनक से साफ हो जाता है।