शहर का दिल कहे जाने वाले चंद्राचार्य चौक पर बरसात के सीजन के दौरान होने वाले जलभराव से निजात दिलाने में अहम भूमिका निभा रहे मोटर पंप रातों-रात हटा लिए गए, जिस बेशकीमती प्लॉट पर पंप लगाए गए थे, वहां पर अब टीन शेड लगा दी गई है ।
बड़ा सवाल आखिरयह है कि आखिर टीन शेड किसने लगाई है और पंप किसके निर्देश पर वहां से हटाए गए। बेशकीमती प्लॉट पर टीन शेड लगने को लेकर कई तरह की चर्चा बनी हुई है। आखिर जब सरकारी करिंदे उस प्लॉट पर काबिज थे तो भला टीन शेड कैसे लग गई है? इसका जवाब जिला प्रशासन को खुलकर देना चाहिए ।

चंद्राचार्य चौक पर हर सीजन में भयंकर जल भराव होता है। जल भराव से निजात दिलाने के लिए पिछले कई वर्षों से वहां मोटर पंप की व्यवस्था की गई थी ।ठीक चंद्राचार्य चौक पर खाली पड़े एक बेशकीमती प्लॉट पर पंप का सेटअप लगाया जाता था लेकिन इस दफा पिछले दिनों आई बरसात से पूरा चंद्राचार्य चौक जलमग्न हो गया।
पर किसी का भी ध्यान वहां लगे पंप पर नहीं गया ।गौर करने वाली बात यह है कि पंप तो वहां से गायब है ही उसके साथ-साथ उस प्लॉट पर भी टीनशैड लगा दी गई है, जहां पंप लगाए जाते थे और सरकारी कर्मचारी राउंड द क्लॉक मुस्तैद रहते थे। अब बड़ा सवाल है कि पंप आखिर कहां लगेंगे ? उनका संचालन अब कैसे होगा?
लेकिन उससे भी बड़ी पहेली यह है कि करोड़ों के भूखंड पर टीन शेड किसने की है। हैरानी की बात तो यह है कि छोटी-छोटी बात पर बवाल खड़ा कर देने वाले व्यापारी भी पंप के हटाने को लेकर चुप्पी साधे हुए है। ऐसे में कहीं सवाल खड़े हो रहे हैं।