ज्वालापुर ईदगाह कमेटी को भंग कर दिया गया है। उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड ने नई कमेटी के नामों पर फैसला किया है। जिसमें नए अध्यक्ष और महामंत्री सहित अन्य सदस्यों के नामों को फाइनल किया गया है। ज्वालापुर के इरफान अंसारी फिलहाल ईदगाह कमेटी के सदर थे जबकि नईम कुरैशी सचिव थे। सालों से ये ही कमेटी चली आ रही थी जिसके बाद ज्वालापुर में ही विरोध हुआ और बोर्ड ने पुरानी कमेटी को भंग करते हुए नई कमेटी बना दी। उत्तराखंड वक़्फ़ बोर्ड प्रमुख शादाब शम्स ने बताया कि बोर्ड ने ईदगाह कमेटी नई बनाई है। सबको काम करने का मौका मिलना चाहिए।
कौन होगा ज्वालापुर का नया चौधरी
ज्वालापुर ईदगाह कमेटी के सदर को ज्वालापुर के प्रमुख व्यक्ति के तौर पर देखा जाता रहा है। ये एक तरह से ज्वालापुर के चौधरी होने की उपाधि मना ली गई थी। लेकिन, अब ज्वालापुर ईदगाह कमेटी के नए सदर भाजपा नेता जमशेद खान को बनाया गया है। कमेटी के सदस्य पार्षद अहसान अंसारी हैं, उनके अनुसार इस कमेटी में सचिव बाबर खान हैं। जल्द ही वक्फ बोर्ड ईदगाह कमेटी के साथ साथ जिन वक्फ संपत्तियों की कमेटियों को बदला है, उनकी लिस्ट जारी करेगा।

क्या बोले अहसान अंसारी
ज्वालापुर से निर्दलीय पार्षद अहसान अंसारी ने बताया कि ईदगाह कमेटी पर लंबे समय से कुछ लोगों का कब्जा रहा है। जिसके कारण ईदगाह पर कर्जा हमेशा रहा और यहां सुविधाएं नहीं हुई। 2018 में ये संपत्ति वक्फ प्रोपर्टी बन गई थी जिसके बाद भी इस कमेटी ने सुधार नहीं किया। अब नई कमेटी बन गई है। इसमें मुझे भी सदस्य बनाया गया है। जल्द ही यहां सभी सुविधाएं मुहैया होगी और ईदगाह की आय बढ़ाने के हर दिशा में काम किया जाएगा। किसी प्रकार की दुकान का निर्माण नही कराया जाएगा।
क्या बोले नईम कुरैशी : हम सभी ने मिलकर बेहतर काम करने का प्रयास किया है। ईदगाह जवालापुर के लोगों की है और उनका हर फैसला मंज़ूर है। वक़्फ़ द्वारा नई कमेटी के बारे में हमे कोई सूचना नही है। नई कमेटी के सिलसिले में जल्द ही बैठकर फैसला किया जाएगा।