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कलियर की परफॉरमेंस से आप मायूस, आप बदल सकती है प्रभारी, चर्चाए तेज


कलियर की परफोरमेंस से आप मायूस, आप बदल सकती है प्रभारी, चर्चाएं तेज
अतीक साबरी।
आम आदमी पार्टी उत्तराखण्ड में तीसरा विकल्प बनने के लिए प्रयास कर रही है। लेकिन, कई सीटों पर आप के घोषित प्रभारी बेदम और बेअसर नजर आ रहे हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल की गारंटियों के बाद भी ये प्रभारी जनता के बीच अपनी पहचान बनाने के लिए जूझ रहे हैं। ऐसे ही एक सीट हरिद्वार जनपद की कलियर विधानसभा भी है जहां से आप के शादाब आलम तैयारी कर रहे हैं। पिछले दिनों यहां दिल्ली के मंत्री इमरान हुसनै पहुंचे और सभा को संबोधित किया। इससे पहले इमरान हल्द्वानी पहुंचे थे, हल्द्वानी में उनको अच्छा रेसपांस मिला लेकिन कलियर में उतना असर देखने को नहीं मिला। इसके कारण आप के उत्तराखण्ड के नेताओं ने फीडबैक लेना शुरु कर दिया है। जिसके बाद माना जा रहा है कि आप अपने बेअसर प्रभारियों को बदल सकती है।
हालांकि, आम आदमी पार्टी ने प्रभारी घोषित करते हुए स्थानीय चेहरों को तरजीह दी लेकिन कलियर में आप  ने शादाब आलम को काशीपुर से लाकर खडा कर दिया,जिन्हें स्थानीय स्तर पर पहचान बनाने में पसीने छूट रहे हैं। हालांकि शादाब आलम पिछले एक साल से क्षेत्र में घूम रहे हैं लेकिन इनका अपना वोट बैंक ना होने के कारण दिक्क्तें पेश आ रही है। शादाब का जातीय गणित भी कलियर में सटीक नहीं बैठ रहा है। कलियर में तेली और झोझा बिरादरी के वोटों की संख्या ज्यादा है। वहीं शादाब इन दोनों ही बिरादरियों में सेंध नहीं लगा पा रहे हैं।
पत्रकार राव तनवीर अली बताते हैं कि कलियर विधानसभा पर बसपा के मौहम्मद शहजाद के लक्सर सीट पर जाने से यहां आप आदमी पार्टी के लिए सुनहरा चांस है। लेकिन अभी तक आम आदमी पार्टी बहुत ज्यादा प्रभारी नहीं डाल पाई है। लोग आप के चेहरे को पचा नहीं पा रहे हैं या कहें कि शादाब आलम सही रणनीति पर अमल नहीं कर रहे हैं। ये भी हो सकता है कि शादाब आलम कुछ चंद लोगों से घिर गए हो जो उन्हें गुमराह करने का प्रयास कर रहे हो। जो भी आप के लिए इस बार कलियर से अपनी उपस्थित दर्ज कराने का मौका है। बशर्ते कि सही रणनीति पर काम किया जाए। उधर, आप के साथ लोगों का ना जुड पाने का कारण जातीय गणित भी हो सकता है। हालांकि आप ने अभी अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए है और हो सकता है कई प्रभारी बदले भी जाएं।

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