Haridwar Loksabha चुनाव प्रचार के बीच हरीश रावत को बड़ा झटका लगा है। उनके करीबी आधा दर्जन से ज्यादा बड़े नेता अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। हरीश रावत के करीबी एक नेता राजेश रस्तोगी ने तो अपना इस्तीफा हाईकमान को भेज भी दिया है। कभी हरीश रावत के करीबी बनकर हरिद्वार में भौंकाल काटने वाले ये नेता अब हरीश रावत पर ही परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं।
कौन—कौन नेता जा रहे हैं भाजपा में
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को हरिद्वार में होने जा रही ज्वानिंग में कांग्रेस के राजेश रस्तोगी, पुरुषोत्तम शर्मा, संजय महंत, सत्यनारायण शर्मा, कुमुद शर्मा और दीपक जखमोला शामिल हैं। इनमें पुरुषोत्तम शर्मा हरीश रावत सरकार में कुंभ मेला ओएसडी भी रहे। जबकि संजय महंत को हरीश रावत ने नगर निगम का चुनाव भी लड़वाया। इससे पहले हरीश रावत पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए रुडकी के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष दिनेश कौशिक व एक महिला नेत्री अपने समर्थकों के साथ भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं।
Haridwar Loksabha
अब जनाधारहीन हो चुके हैं ये नेता
हालांकि कांग्रेस के जो नेता भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं, उनके खाते में वोट नहीं है और अब ये नेता पुराने जमाने की बात हो चुके हैं। फिर भी चुनाव के समय नेताओ के इधर उधर होने से उम्मीदवार पर मानसिक दबाव बनता है और वोटरों में भी एक मैसेज जाता है। लिहाजा, कांग्रेस उम्मीदवार विरेंद्र रावत पर मानसिक दबाव जरुर बनेगा।