विकास कुमार।
हरिद्वार के सिडकुल स्थित मेट्रो अस्पताल के हालात पिछले कुछ दिनों से सही नहीं चल रहे हैं। कभी यहां कर्मचारियों की तनख्वाह को लेकर लेटलतीफी हो रही है तो कभी दूसरे कारणों से मेट्रो अस्पताल चर्चा में रहता है। लेकिन ताजा मामला डायलिसिस मरीजों की मुसीबत बनकर सामने आया है। बताया जा रहा मेट्रो अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा अचानक से किसी पूर्व सूचना के बंद किए जाने से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वही मेट्रो अस्पताल प्रबंधन ने सिर्फ एक नोटिस चस्पा कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर दी।
मेट्रो अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मेट्रो अस्पताल अपने स्तर से डायलिसिस नहीं करता है नेफ्रोप्लस कंपनी के जरिए अनुबंध किया हुआ है जो अस्पताल में मरीजों की डायलिसिस करती है। उनका प्रबंधन से कुछ मुद्दों को लेकर दिक्कत सामने आई थी। जिसके बाद डायलिसिस को फिलहाल बंद किया गया था। लेकिन इस मसले को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। वही बताया जा रहा है कि मेट्रो हॉस्पिटल में काम कर रहे कर्मचारियों की तन्खवाह पिछले कई महीनों से नहीं मिल पा रही है। जिसके कारण कर्मचारियों में रोष बना हुआ है। वही अस्पताल प्रबंधन प्रबंधन ने साफ किया कि कर्मचारियों की तनख्वाह दी जा रही है ऐसा कोई समस्या अभी सामने नहीं आई है। लेकिन विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कर्मचारियों की तनख्वाह नहीं मिली है जिसके कारण कर्मचारी आर्थिक बदहाली से दो-चार हो रहे हैं।