चंद्रशेखर जोशी।
साल 2018 भाजपा नेत्रियों के लिए भी भारी रहा। हरिद्वार की दो भाजपा नेत्रियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। वहीं पार्टी ने भी इनसे किनारा करते हुए दोनों को छह साल के लिए बर्खास्त कर दिया। पहली गिरफ्तारी सेक्स रैकेट संचालित करने के आरोप में एक साल से फरार भाजपा नेत्री हेमा रावल की हुई। जबकि दूसरी गिरफ्तारी करोडों के किट्टी घोटाले में शिवांगी त्रिपाठी की हुई। दोनों की गिरफ्तारी हरिद्वार से की गई। हेमा रावत भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में आमंत्रित सदस्य थी और शिवांगी त्रिपाठी हरिद्वार महिला मोर्चा में थी।
हेमा रावल पर हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाने का आरोप है। रूड़की पुलिस ने हेमा रावल के सैक्स रैकेट का खुलासा करते हुए चार नाबालिग युवतियों को बरामद किया था। इतना ही नहीं फर्जी तरीके से जमीन हथियाने के एक मुकदमें में भी हरिद्वार पुलिस को हेमा की तलाश थी लेकिन पिछले साल भर से भाजपा नेत्री पुलिस को चकमा दे रही थी। भाजपा में हेमा रावल कई स्थानीय नेताओं के साथ अक्सर दिख जाती थी।
मई 2018 में हरिद्वार एसओजी ने ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र से हेमा को गिरफ्तार कर लिया है,उधर, हेमा ने अपनी गिरफ्तारी के पीछे विपक्षी दलों का हाथ करार दिया है। हेमा ने बताया कि वह किसी सेक्स रैकेट में सलिंप्त नहीं थीं। पुलिस ने गलत सूचनाओं के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया है।
हालांकि हेमा के भाजपा सदस्य होने से भाजपा ने पल्ला झाड़ लिया था। हेमा के सेक्स रैकेट में शामिल होने की खबर से पार्टी में भूचाल आ गया था वहीं आनन-फानन में पार्टी ने हेमा रावल को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया गया है।
वहीं शिवांगी त्रिपाठी पर कान्हा किट्टी ग्रुप चलाकर करोडों रुपए के गबन का मामला चल रहा था। उनके खिलाफ कई शिकायतें ज्वालापुर कोतवाली में दी गई थी। हालांकि वो पुलिस से समय लेने में कामयाब हो गई थी। लेकिन उनको बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शिवांगी त्रिपाठी से पहले हरिद्वार की मंडल उपाध्यक्ष गुरुप्रीत कौर को भी करीब पचास करोड के किट्टी घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। किट्टी घोटाला इतना बडा था कि हरिद्वार भाजपा को हाल ही में हुए निगम चुनाव में इसका नुकसान उठाना पडा और भाजपा प्रत्याशी अन्नू कक्कड की हार में किट्टी घोटाले का भी अहम रोल रहा।