Kumbh Mela Haridwar कुंभ में घोटाले रोकने के लिए रूपरेखा तैयार, कितने हजार करोड़ से होंगे काम, क्या क्या होगा

Kumbh Mela Haridwar कुंभ में घोटाले रोकने के लिए रूपरेखा तैयार, कितने हजार करोड़ से होंगे काम, क्या क्या होगा
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Kumbh Mela Haridwar कुंभ मेले की तैयारियों के लिए मुख्य सचिव आनंद बर्धन शुक्रवार को हरिद्वार पहुंचे जहां उन्होंने कुंभ मेला कार्यों में संभावित घोटालों और धांधलियों को रोकने के लिए मेला प्रशासन का प्लान पत्रकारों से साझा किया। इससे पहले उन्होंने मेला और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ कुंभ मेले का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। शाम को उन्होंने गंगा सभा, व्यापारियों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर उनकी राय भी जानी।

कुंभ कार्यों में होगी पारदर्शिता
सीएस आनंद बर्धन ने डाम कोठी में पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि कुंभ कार्यों में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी। पिछले कुंभ में कोरोना जांच घोटाला एवं पारदर्शिता के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुंभ कार्यों का थर्ड पार्टी से तकनीकी आंकलन कराने के बाद ही कार्यों को धरातल पर उतारा जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि कार्यों का स्पेशल आडिट भी कराया जाएगा। जिसके बाद ही भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुंभ कार्यों में गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।

Kumbh Mela Haridwar

Kumbh Mela Haridwar कुंभ में घोटाले रोकने के लिए रूपरेखा तैयार, कितने हजार करोड़ से होंगे काम, क्या क्या होगा
Kumbh Mela Haridwar कुंभ में घोटाले रोकने के लिए रूपरेखा तैयार, कितने हजार करोड़ से होंगे काम, क्या क्या होगा

हरकी पैडी का सौंदर्यीकरण, कांगड़ा घाट का विसतार, अब अड्डा लिस्ट में
वहीं मुख्य कार्यों के सवाल पर उन्होंने कहा कि सभी कार्य स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों के राय मशविरा से ही किए जाएंगे। हालांकि मेला प्रशासन के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुंभ कार्यों में मुख्य रूप से हरकी पैडी का सौंदर्यीकरण, कांगडा घाट का विस्तारीकरण, अत्याधुनिक मेला कंट्रोल रूम रोडीबेलवाला क्षेत्र का विकास के अलावा जगजीतपुर में प्रस्तावित बस अड्डा भी शामिल हैं।जगजीतपुर आईएसबीटी के लिए प्रशासन साठ बसें भी खरीदेंगे ताकि वहां से शहर को जोड़ा जा सके।

व्यापारियों ने किया विरोध
शाम को सीएस आनंद बर्धन ने गंगा सभा, व्यापारियों और जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात कर उनकी राय जानी। हालांकि व्यापारियों की ओर से आए युवा व्यापारी नेता सुनील सेठी ने बस अड्डा शहर से बाहर ले जाए जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि ये बिल्कुल भी व्यवहारिक नही है। इससे यात्रियों के अलावा स्थानीय व्यापारियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पडेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान बस अड्डे का को ही आईएसबीटी के तर्ज पर विकसित किया जाना चाहिए। साथ ही इसे रेलवे स्टेशन से ओवर ब्रिज के माध्यम से जोडा जाना चाहिए।