देहरादून पुलिस ने वन्य जीवों की तस्करी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून के निर्देशों पर चलाए जा रहे सघन चेकिंग अभियान के दौरान रायवाला पुलिस ने एक दंपति को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से संरक्षित प्रजाति के 14 कछुए बरामद हुए हैं। आरोपी इन कछुओं को नजीबाबाद से तस्करी कर ऋषिकेश ला रहे थे ताकि उन्हें ऊंचे दामों पर बेचा जा सके।
चेकिंग के दौरान खुली पोल
एसएसपी देहरादून द्वारा जिले भर में अपराधियों और तस्करों पर नकेल कसने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में आज सुबह रायवाला कोतवाली पुलिस राष्ट्रीय राजमार्ग (ऋषिकेश रोड) पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने एक लाल रंग की केयूवी 100 (KUV 100) कार को रोककर तलाशी ली। कार की डिग्गी खोलने पर पुलिस टीम हैरान रह गई, जब उसमें से 14 छोटे-बड़े कछुए बरामद हुए।
पति-पत्नी नहीं दिखा सके कोई वैध दस्तावेज
कार में सवार दंपति की पहचान बेताबनाथ (35 वर्ष) पुत्र स्व. रोशन नाथ और उसकी पत्नी बरखा के रूप में हुई है। दोनों काले की ढाल, सपेरा बस्ती, ऋषिकेश के निवासी हैं। पुलिस ने जब उनसे कछुओं के संबंध में पूछताछ की और दस्तावेज मांगे, तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके और न ही कोई वैध कागज दिखा पाए। इसके बाद पुलिस ने दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया।
नजीबाबाद से खरीदकर ला रहे थे कछुए
पुलिस की सख्ती से पूछताछ में आरोपी बेताबनाथ ने बताया कि वह कबाड़ी का काम करता है। उसने यह कछुए नजीबाबाद (बिजनौर) निवासी एक व्यक्ति से खरीदे थे। उनकी योजना इन संरक्षित कछुओं को ऋषिकेश लाकर स्थानीय खरीदारों को महंगे दामों पर बेचने की थी, ताकि मोटा मुनाफा कमाया जा सके। लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
पुलिस टीम को मिली शाबाशी
इस सफल कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में रायवाला कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेन्द्र सिंह खोलिया, उपनिरीक्षक खुशाल सिंह रावत, हेड कांस्टेबल चन्द्रपाल, कांस्टेबल अमित सैनी और महिला कांस्टेबल ऋतु शामिल थे। पुलिस की इस तत्परता से वन्य जीवों की तस्करी के एक बड़े प्रयास को विफल किया गया है।




