चंद्रशेखर जोशी।
अनुसूचित जाति और जनजाति छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने रूडकी के बडे कॉलेज के मालिक को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि तीन कॉलेजों में करीब चौदह करोड पिचासी लाख रुपए का फर्जीवाडा किया गया है। फर्जी एडमिशन दिखाकर कॉलेज प्रबंधन ने समाज कल्याण विभाग से ये छात्रवृत्ति हासिल कर ली। इससे पहले आईपीएस कॉलेज के प्रबंधक को भी छात्रवृत्ति घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। हरिद्वार के कई नामी कॉलेजों की भी इसमें जांच चल रही है, जिनकी जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है। uttrakhand scholarship scam one more arresting
पुलिस से जारी प्रेस नोट में एसआईटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया गया कि अमृत लॉ कॉलेज धनौरी रूडकी, अमृत कॉलेज आॅफ एजुकेशन और अमृत आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज धनौरी रूडकी में छात्रों के फर्जी एडमिशन दिखाए गए। वर्ष 2012—13 से 2016—17 के बीच तीनों कॉलेजों में करीब चौदह करोड पिचासी लाख पिचासी हजार रुपए का गबन किया गया। जांच के दौरान समाज कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले छात्रों की जानकारी जुटाई गई। जांच में पाया गया कि जिन छात्रों को छात्रवृत्ति मिली है उन्होंने परीक्षा दी ही नहीं है। यही नहीं कई छात्रों के एक ही नाम और पते मिले।
कॉलेज प्रबंधन भी इस बारे में कोई ठोस जवाब नहीं दे पाया। लिहाजा कॉलेज के स्वामी डायरेक्टर ओम त्यागी पुत्र अमृत लाल त्यागी निवासी धनौरी कलियर को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच करने वाली टीम में एसआईटी के इंसपेक्टर कमल कुमार लुंठी, राजेंद्र खोलिया, मदन मोहन भटट, प्रमोद कुमार, दौलत सिंह आदि शामिल थे।