चद्रशेखर जोशी।
उत्तराखण्ड के अनुसूचित जाति और जनजाति छात्रवृत्ति घोटाले में जारी गिरफ्तारियों में कांग्रेस विधायक के भाई का नाम भी जुड गया है। करीब पांच सौ करोड के घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने टेकवर्डस वली ग्रामोद्योग विकास संस्थान ग्रुप आॅफ इंस्टीटयूशन केनाल रोड मंगलौर हरिद्वार द्वारा फर्जी एडमिशन दिखाकर दो करोड चौवन लाख रुपए का घोटाला करने के आरोप में कॉलेज के अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और सचिव को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि कॉलेज वजूद में था ही नहीं और ना ही इसकी कोई मान्यता थी और फर्जी एडमिशन दिखाकर घोटाला किया गया है। uttrakhand scholarship scam congress mla brother arrested
गिरफ्तार लोगों में मंगलौर के कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन के भाई काजी नुरुद्दीन पुत्र काजी मोइनुद्दीन निवासी किला मंगलौर का नाम भी है, जो कॉलेज के कोषाध्यक्ष के तौर पर जाने जाते हैं। बताया जाता है कि ये कॉलेज कांग्रेस विधायक का ही है और इसको उनके छोटे भाई चलाते हैं। पुलिस से जारी प्रेस नोट के मुताबिक टेकवर्डस संस्थान ने 2012—13 से 2014—15 के बीच घोटाले को अंजाम दिया।
एसआईटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि घोटाले की जांच के दौरान टेकवर्डस् कॉलेज का नाम भी सामने आया था। मौके पर जाकर देखा तो इस तरह का कोई कॉलेज चल रही नहीं रहा था। कॉलेज के नाम पर एक पुरानी इमारत थी। साथ ही ये भी पाया गया कि एमबीए, बीबीए, बीसीए, एमसीए और बीएससी और आईटी के फर्जी एडमिशन दिखाकर समाज कल्याण विभाग से जारी छात्रवृत्ति कूट रचना कर प्राप्त की।
जांच में ये भी पाया गया कि इस कॉलेज को उत्तराखण्ड टेक्निकल यूनिवर्सिटी देहरादून से मान्यता भी नहीं है इस संबंध में 2011 में आवदेन प्राप्त हुआ था लेकिन शासन द्वारा मान्यता नहीं दी गई थी। जिन छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई उनमें से कईयों ने परीक्षा ही नहीं दी और कई इसमें फर्जी पाए गए। गिरफ्तार लोगों में प्रदीप अग्रवाल पुत्र लालचंद निवासी जीटी रौड मंगलरौर हरिद्वार जो कि अध्यक्ष है और काजी नुरुद्दीन जो कि कोषाध्यक्ष है और संजय बंसल पुत्र एचपी बंसल निवासी 32 ईसी रोड देहरादून सचिव शामिल हैं।

उत्तराखण्ड: छात्रवृत्ति घोटाले में कांग्रेस विधायक का भाई गिरफ्तार, इतने करोड़ का घोटाला
Share News