पीसी जोशी।
उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री और मसूरी विधानसभा से भाजपा विधायक गणेश जोशी का बचपन बेहद चुनौतियों से भरा हुआ रहा। बचपन में परिवार की आर्थिक हालात ठीक ना होने के कारण उन्हें प्राइवेट स्कूल से निकालकर सरकारी प्राथमिक स्कूल में दाखिला करना पडा। यही नहीं परिवार का हाथ बांटने के लिए उन्हें हरकी पैडी पर गुब्बारे बेचने को मजबूर भी होना पडा।
मंत्री बनने के बाद हरिद्वार पहुंचे गणेश जोशी पत्रकारों को ये किस्सा बताते हुए भावुक भी हो गए। हालांकि उन्होंने खुद को संभाला और किस्सा पूरा किया। हरिद्वार प्रवास के दौरान उन्होंने संतों से मुलाकात भी की और उनका आशीर्वाद भी लिया।
मीडिया से बातचीत करते हुए गणेश जोशी ने बताया कि उनका जीवन संघर्ष भरा जीवन रहा है। उनका बचपन हरिद्वार की गलियों में बीता। यहां तक कि गणेश जोशी यह कहना भी नहीं भूले की उन्होंने हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी पर गुब्बारे तक बेचे हैं। कक्षा 4 तक गणेश ज्योति इंग्लिश मीडियम में पढ़े उसके बाद प्राइमरी स्कूल में उनकी शिक्षा-दीक्षा हुई। जिस प्राइमरी स्कूल में वह पढ़े लिखे वो टाट पट्टी वाला स्कूल था। कहा कि लेकिन ईश्वर और साधु संतों के आशीर्वाद से आज वह उत्तराखंड सरकार में मंत्री बन गए हैं। इसलिए उत्तराखंड के विकास के लिए जो जिम्मेदारी उन्हें मिली है उस पर वह खरा उतरेंगे। इससे पहले गणेश जोशी ने पतंजलि योगपीठ पहुंचकर आचार्य बालकृष्ण और बाबा रामदेव से भी मुलाकात की। गणेश जोशी ने कहा कि आचार्य बालकिशन और बाबा रामदेव से मिले अनुभव से उत्तराखंड में उधोगो को बढ़ावा देने में सहायता मिलेगी। वही गणेश जोशी ने कहा कि हरिद्वार महाकुंभ मेले में सरकार साधु संतों की भावनाओं का पूरा ख्याल रखेगी हाईकोर्ट के आदेश और सरकार के गाइड लाइन के अनुसार कुंभ मेले का आयोजन होगा।गौरतलब है कि गणेश जोशी वही विधायक हैं जो 2 साल 2016 में हरीश रावत के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान घोड़े की टांग टूटने वाले प्रकरण के बाद से चर्चा में आये थे।
