teachers are not happy with new policy

शिक्षकों ने नई शिक्षा नीतियों पर जतायी चिंता, सरकार की ये मांग


ब्यूरो।
द ब्राइट वर्ल्ड स्कूल (पथरी ) बहादरपुर जट में एक दिवसीय “वीडियो शिक्षा ” विषय पर कार्यशाला समारोह का आयोजन किया गया| समारोह की अध्यक्षता करते हुए स्कूल की प्रधानाचार्या विद्योत्मा बहुगुणा ने कहा कि वर्तमान में पुरातन शिक्षा पद्धति पर पाश्चात्य शिक्षा का हमला होना शुरू हो चुका है |गुरु -शिष्य परम्परा खत्म होने के करार आ गयी है | नयी शिक्षा नीति में बच्चा वीडियो के माध्यम से शिक्षा ग्रहण करेंगा तो क्लास रूप की पद्धति को खत्म हो जायेंगी| स्कूली शिक्षा में बच्चे अंदर संस्कार गढ़े जाते है मगर अब इस शिक्षा प्रणाली से वैदिक शिक्षा की अवधारणा हाशिये आ जायेंगी |
यह सबके लिए चिंता का विषय है | मैकाले शिक्षा के खिलाफ शिक्षाविदों के द्वारा चलाये आन्दोंलनों को पलीता लगाया जा रहा है | भारतीय वैदिक शिक्षा का डंका विदेशों में आज भी पीटता है और अपने देश में डिजीटल शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है मगर हमारी सदियों पुरानी आश्रम शिक्षा प्रणाली का अस्तित्व समाप्त नही होना चाहिए | वैदिक शिक्षा प्रणाली में वैज्ञानिक समावेश है |उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वीडियों शिक्षा से बच्चा पूरी तरह से एकांकी हो जाएगा |इस तरह से बच्चे के अन्दर का विकास भी प्रभावित होगा उसकी सोचने की सीमा वीडियो में ही कैद होकर रह जायेगी | वीडियो शिक्षा से तात्पर्य यह है कि किसी भी विषय के पाठ्यक्रम को तैयार कर उसको स्वयम पोर्टल की वेबसाईट पर अपलोड करना तथा बाद में अपने विषयानुसार बच्चा वीडियो देखकर परीक्षा की तैयारी करेंगा |

गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफ़ेसर डा उधम सिंह ने कार्यशाला में वक्ता के रूप में कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने वीडियो शिक्षा को बढ़ावा दिया है |वीडियो शिक्षा के रूप दृश्य रूप पाठयक्रम है और वह पाठयक्रम भी बहुत ही उच्चकोटि का है |विषय से सम्बन्धित देश के जानी – मानी शिक्षाविद हस्तियों व् विषय विशेषज्ञ के द्वारा पाठयक्रम का सृजन कराया जाता है और जो श्रेष्ठ अध्यापक होता है उसका दृश्य वीडियो तैयार कराया जाता है|स्वयम के नाम से पोर्टल को यूजीसी के वेबसाईट पर सर्च कर सकते है तथा सीबीएससी , एन सी इ आर टी भी दिशा में कम कर रही है |अलग -अलग विषयों के वीडियो आपको वेबसाईट पर देखने मिल जायेगें |वीडियो शिक्षा में शर्त यह है यदि बच्चे को वीडियो पसंद नही आता है और अपने कमेंट्स लिखता है तो उस वीडियो का पुन अवलोकन कराया जाएगा, फिर नए शिक्षाविद से नया दृश्य वीडियो का सृजन कराया जाएगा |उन्होंने कहा कि इसमें यह खामी है कि बच्चा सीमित पाठयक्रम के बीच पूरी साल उलझा रहेगा| इस वजह से स्कूली शिक्षा की अवधारणा को विराम लगाने की तैयारी चल रही है |

अरोमा कालेज रूडकी की शिक्षा विभाग की सहायक प्रोफ़ेसर विभा सिंह ने कार्यशाला में कहा कि बच्चे के अन्दर मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण होता है |बच्चें के अन्दर जिज्ञासु प्रवृति गुरु विकसित करता है |बच्चे के अंतर्मन में कई प्रकार सकारात्मक विचार तैरने लगते है तब बच्चा अपने लक्ष्य के प्रति गम्भीर होना शुरू हो जाता है | वैदिक शिक्षा को अग्निहोत्र की संज्ञा से जोड़ा जाता है|यज्ञ में जितनी समिधा और घृत डाला जाता है उससे कई प्रकार की सुंगधित ज्वाला प्रस्फुटित होती है उसी प्रकार से गुरु- शिष्य के बीच संस्कारों की यज्ञशाला है | उन्होंने कहा कि वीडियो शिक्षा प्रणाली को मौलिक और भारतीय संस्कृति के अनुसार बनाने की आवश्यता है|भारत सरकार बहुत जल्दी नयी शिक्षा नीति लाने की तैयारी में जुटी हुयी है नयी शिक्षा नीति का मसौदा कैसा होगा यह बात कहना अभी जल्दी ही होगा| उन्होंने कहा कि वीडियों शिक्षा का उपयोग सरकारी सेवाओं परीक्षाओं में सफलता पाने में काफी कारगर है |वीडियो शिक्षा को सीमाओं में नहीं बाँधा जाये |वीडियो शिक्षा पद्धति को लचीला बनाने की आवश्यकता है |

कार्यशाला में स्कूल के शिक्षक सुभाष सिंह ने कहा कि वीडियो शिक्षा प्रणाली से गुरुकुलीय शिक्षा का कोई औचित्य ही नही रह जायेंगा ,शिक्षक वेरोजगार हो जायेंगे |शिक्षिका आरती शर्मा ने कहा कि वीडियो शिक्षा संचालित होने से शिक्षण पद्धति में काफी गिरावट आयेंगी | शिक्षिका शरनजीत ने कहा कि बच्चे की क्षमता मोबाइल में ही सिमटकर रह जायेंगी| निशा अग्रवाल ने कहा कि वीडियो शिक्षा गरीव बच्चों के लाभप्रद हो सकती है |इस अवसर पर सुनीता चमोली , निधि उपाध्याय, सुनीता थापा , आँचल बहल , विजय लक्ष्मी कौशिक , ज्योति सिंह , विदुषी शर्मा ,अर्चना शर्मा , निधि शिक्षिकाएं ,शिक्षक शैलेन्द्र नेगी ,अमित शर्मा और सोहन पाल तिवारीआदि उपसिथत थे और कार्यालय का संचालन सुभाष सिंह ने किया |

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