police served notice to hate speech accused in haridwar dharm sansand

हरिद्वार: भड़काउ भाषण मामले में पुलिस ने क्या कार्रवाई की, फिर जुटे धर्म संसद के आयोजक, ये लिया निर्णय

विकास कुमार।
हरिद्वार में धर्म संसद आयोजित कर मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में पुलिस ने मंगलवार को जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी व साध्वी अन्नापूर्णा को नोटिस तामील करा दिए हैं। वहीं दूसरी ओर पुलिस अब आयोजकों पर नकेल कसने की तैयारी कर रही है। जल्द ही यति नरसिंहानंद व अन्यों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। वहीं भडकाउ भाषण मामले में पुलिस दूसरे संतों की भूमिका की भी जांच कर रही है। नगर कोतवाली प्रभारी राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि चूंकि मुकदमे में सात साल से कम की सजा है इसलिए सीधे गिरफ्तारी नहीं हो सकती है। हमने नियमानुसार नोटिस का तामील करा दिया है। वहीं दूसरी ओर जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने भी पुलिस को एक तहरीर दी है।

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फिर जुटे धर्म संसद कर भडकाउ भाषण देने वाले कथित संत
धर्म संसद में भडकाउ भाषण देने वाले कथित संतों की हरिद्वार में बैठक हुई जिसमें जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को भी बुलाया गया। बैठक में 21 सतों की अगुवाई में एक कोर कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया, जो धर्म संसद के एजेंड को प्रचार प्रसार करने के लिए देश भर में धर्म संसद आयोजित करेगी।

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चुनाव के दौरान माहौल खराब करने की मंशा क
वहीं जिस तरीके से सिलसिलेवार धर्म संसद के नाम पर भडकाउ भाषण दिए जा रहे हैं और एक धर्म विशेष को टारगेट किया जार रहा है, उससे साफ है कि चुनाव के दौरान माहौल खराब करने का प्रयास हो रहा है। वरिष्ठ पत्रकार रतनमणी डोभाल बताते हैं कि अगर अब तक के घटनाक्रम को देखेंगे तो साफ हो जाएगा कि ये पूरा मामला धर्म की राजनीति को हवा देने के लिए किया जा रहा है। अफसोस है कि सरकारें और सिस्टम इसे मूकदर्शिता से देख रहा है। इसलिए दोनों समुदायों के लोगों को इन साजिशों से बचने की जरुरत है।

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