कुणाल दरगन।
आरएसएस से जुड़े प्रॉपर्टी डीलर मोनू त्यागी से रंगदारी प्रकरण में बदमाश कलीम के बाद अब नरेंद्र वाल्मीकि का भी नाम सामने आ गया है। चौंकाने वाली बात ये है कि जेल में बंद कलीम और नरेंद्र वाल्मिकी जैसे बदमाशों ने पूरी घटना का ताना बाना बुना था। पुलिस अब इस मामले की तह तक जाने में जुट गई है। पौड़ी जेल में बंद रहते हुए नरेंद्र बाल्मीकि ने बदमाश कलीम से अल्मोड़ा जेल में संपर्क किया था और दोनों ने मिलकर रंगदारी मांगने की प्लानिंग की थी। पुलिस आरोपी नरेंद्र वाल्मीकि को भी मुकदमे में नामजद करने की तैयारी में जुट गई है। कलीम के साथ ही नरेंद्र वाल्मीकि को भी बी वारंट पर हरिद्वार लाया जाएगा। सोमवार को पुलिस ने नरेंद्र वाल्मीकि के एक और गुर्गे को गिरफ्तार किया है। उसी गुर्गे ने पुलिस पूछताछ में यह खुलासा किया।
बीते 7 सितंबर को आरएसएस से जुड़े प्रॉपर्टी डीलर मोनू त्यागी के आर्य नगर स्थित घर के बाहर बदमाशों ने फायरिंग की थी। 13 सितंबर को अल्मोड़ा जेल में बंद कलीम ने एक करोड रुपए की रंगदारी मांगी थी। मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने कलीम और नरेंद्र वाल्मीकि के रजत सती, शुभम, नीशू उर्फ बिजली, सागर चौहान, निशांत, बीनू त्यागी समेत सात गुर्गों को गिरफ्तार किया था। बीते रविवार को गिरफ्तार हुए बीनू त्यागी के बयानों के आधार पर सोमवार को पुलिस ने गुलशन त्यागी पुत्र बृजपाल त्यागी निवासी काशीपुर मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। बीनू त्यागी ने बताया है कि गुलशन त्यागी भी रंगदारी प्रकरण में उनके साथ था। बीनू त्यागी ने कलीम के गुर्गो को तमंचा उपलब्ध कराया था। इसी तमंचे से उन्होंने मोनू त्यागी के घर के बाहर फायरिंग की थी। सोमवार को गिरफ्तार हुए गुलशन त्यागी ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि इस पूरे प्रकरण में पौड़ी जेल में बंद बदमाश नरेंद्र वाल्मीकि भी शामिल था। और नरेंद्र वाल्मीकि ने कलीम के साथ षड्यंत्र रच कर एक करोड रुपए की रंगदारी मांगने के लिए कहा था। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि नरेंद्र वाल्मीकि को भी मुकदमे में नामजद किया जा रहा है। जल्द ही आरोपी को बी वारंट पर हरिद्वार लाया जाएगा। सोमवार को आरोपी गुलशन और बीनू त्यागी दोनों को जेल भेज दिया।

गोलीकांड: जेल में बंद दो बदमाशों ने कैसे रच डाली इतनी बडी साजिश, पुलिस परतें खोलने में जुटी

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