हरिद्वार में भाजपा कांग्रेस के आलवा आम आदमी पार्टी के संजय सैनी नगर निगम हरिद्वार से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने खुद को मेयर प्रत्याशी घोषित कर चुनावी तैयारी शुरु कर दी है। सैनी विधानसभा चुनाव भी लड़े थे और करीब तीन हजार वोट उन्हें मिले थे। क्या नगर निगम चुनाव में संजय सैनी विकल्प बन सकते हैं। क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार।
संजय सैनी का हिम्मत दिखाना बड़ी बात है
वरिष्ठ पत्रकार कुणाल दरगन बताते हैं कि चुनाव लड़ने की सोचना और तब जबकि आम आदमी पार्टी का संगठन नहीं है और हरिद्वार में भाजपा और कांग्रेस के बीच ही चुनाव होता रहा है। ऐसे में संजय सैनी का हिम्मत दिखाकर मैदान में आना बड़ी बात है। वो लगातार प्रयास भी कर रहे हैं लेकिन अभी भी उन्हें काफी मेहनत करने की जरुरत है। नेता वो अच्छा होता है जिसके पास अच्छे सलाहकार हों और वो उन्हें सलाह को सुनता भी हो। संजय सैनी को ये कूवत अभी पैदा करनी होगी।
Nagar Nigam Haridwar
हवा में तलवार चलाने से चुनाव नहीं जीते जाते
वरिष्ठ पत्रकार आदेश त्यागी बताते हैं कि चुनाव की राजनीति बिल्कुल अलग होती है। आप जनता के जितने भी काम करा लो लेकिन चुनाव में ये काम धरे रह जाते हैं। अपने पैसे से काम कराकर आप चर्चा में तो आ सकते हैं लेकिन काम कराने वाली जनता आपको वोट देगी इसकी कोई गारंटी नहीं है।
हां ये काम तब फायदा देते हैं जब आप चुनाव में अपनी लहर पैदा कर पाओ और चुनावी लहर संगठन व मुद्दों की आक्रामकता बनाती है। आम आदमी पार्टी को लंबा सफर तय करना है। संजय सैनी को अच्छे लोगों को अपने साथ लाने का प्रयास करना चाहिए जो उनका माहौल बना सके।
संजय सैनी को बेहतर रणनीति की जरुरत है
वरिष्ठ पत्रकार एमएस नवाज बताते हैं कि जब संगठन की ताकत ना हो और आपके पास कोई लोकप्रिय चेहरा की भी कमी तो ऐसे में चुनाव की बेहतर रणनीति ही एक मात्र सहारा होती है। संजय सैनी को बदलाव के लिए पहले अच्छी रणनीति बनानी होगी और अपनी एक कोर टीम बनानी चाहिए जिसमें सभी पेशे से जुड़े अनुभवी लोगों को शामिल कर आगे बढ़ना चाहिए।
संगठन की कमी वो दूर करने का सबसे कारगर उपाय सोशल मीडिया है। आमतौर पर नेता सोशल मीडिया में बस पोस्ट कर देने तक ही सीमित रहते हैं। लेकिन सोशल मीडिया के कई आयाम हैं जिन पर एक्सपर्ट की मदद लेकर काम किया जा सकता है।
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