पंडित जागे तो मेला प्रशासन की टूटी नींद, युवा तीर्थ पुरोहित ने लगाए गंभीर आरोप

रतनमणी डोभाल।
कुंभ मेले का मुख्य आकर्षण होता है नागा संन्यासियों के अखाड़ों की शहर से निकलने वाली पेशवाई लेकिन जिस मुख्य मार्ग से ये पेशवाई निकलनी होती है मेला प्रशासन ने अभी तक उसकी सुध ही नहीं ली। आलम ये है कि तीर्थ पुरोहितों ने जब मेला प्रशासन के सामने ज्वालापुर के गुघाल रोड से पुलजटवाडा से चौक बाजार, कटहरा बाजार से होते हुए हरिद्वार पहुंचने वाली पेशवाई के मार्ग को दुरुस्त करने की गुहार लगाई तो मेला अफसरों की नींद खुली और आनन—फानन में पेशवाई मार्ग का निरीक्षण कर इस पर खर्च का प्रस्ताव बनाने को कहा। हालांकि कब प्रस्ताव बनेगा और कब काम पूरा होगा, ये भी सवाल है। फिलहाल देर से ही सही लेकिन पंडित जागे तो कुंभ मेला अफसरों को पेशवाई मार्ग की याद आ गई।
इस समस्या को उठाने वाले तीर्थ पुरोहित उज्जवल पंडित ने बताया कि अखाड़ों की पेशवाई कुंभ का मुख्य आकर्षण के साथ—साथ अहम रसम भी होती है। जिसमें अखाड़ों के आचार्य महामंडलेश्वर और दूसरे संत—महात्मा गाजे—बाजे के साथ हाथियों पर सजे सोने—चांदी के सिंहासनों पर बैठकर शहर से निकलते हैं, और इनके पीछे नागा संन्यासियों का सैलाब होता, जिनके स्वागत के लिए पूरा हरिद्वार सड़कों पर आ जाता है और भक्त नागा संन्यासियों के चरणों की धूल रख लेते हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि मेला प्रशासन का ध्यान अभी तक इस ओर नहीं गया था। चूंकि ज्वालापुर के साथ शुरू से धोखा हो रहा है और यहां के जनप्रतिनिधि आंखों पर पट्टी बांधे सो रहे हैं तो ऐसे में हमने ज्वालापुर के पेशवाई मार्ग को दुरुस्त करने और गुघाल रोड पर व्यवस्थाएं बनाने का ज्ञापन मेलाधिकारी दीपक रावत को दिया था। इसके बाद ही मेला प्रशासन जागा और ​उन्होंने गुरुवार को निरीक्षण के लिए अधिकारी भेजे। निरीक्षण हो गया है और मैंने सीधे शब्दों में दो टूक अफसरों को कह दिया है कि जल्द से जल्द इसका प्रस्ताव तैयार कर काम शुरू किया जाए। क्योंकि हमारी सरकार सब प्रयास कर रही है और बजट मुहैया करा रही है। ऐसे में मेला प्रशासन की किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि ज्वालापुर की गुघाल रोड की सड़कों का हाल किसी से छिपा नहीं है बनती बाद में हैं और टूट पहले जाती है। इन सड़कों की भी जांच कराकर ऐसे भ्रष्ट जनप्रतिनिधियों की पोल खोलने का काम युवा तीर्थ पुरोहित समाज करेगा।

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ज्वालापुर के नेताओं को चुल्लू भर पानी में गोते लगाने चाहिए
वहीं ज्वालापुर के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार को लेकर लोगों में गुस्सा बना हुआ है। कुंभ बजट से ज्वालापुर में काम नहीं हो रहे हैं और नगर निगम भी यहां साफ—सफाई की व्यवस्था करने में हीलाहवाली करता रहा है। वहीं ज्वालापुर की पेशवाई मार्ग की सुध लेने पर लोगों ने युवा नेता उज्जवल पंडित की सराहना की है और दूसरे सभी नेताओं को खरी—खोटी सुनाई है। ज्वालापुर निवासी अंकित कुमार ने बताया कि ना तो रानीपुर विधायक ज्वाालपुर की सुध लेते हैं। वहीं मेयर अनीता शर्मा से उन्हें कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि ज्वालापुर के सभी नेता क्षेत्र की अनदेखी पर चुप्पी साधे बैठे हैं। वहीं उज्जवल पंडित एक उम्मीद बनकर आए हैं। वहीं उज्जवल पंडित ने कहा कि ज्वालापुर के साथ अनदेखी नहीं होने दी जाएगी। पूरे रानीपुर विधानसभा का ख्याल रखा जाएगा।

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