भारतीय महिला हॉकी टीम में हरिद्वार की बेटी वंदना कटारिया के बाद श्यामपुर हरिद्वार की मनीषा चौहान ने भी जगह बना ली है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में मनीषा चौहान के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद मनीषा का चयन बतौर मिडफिल्डर किया गया है। वहीं भारतीय टीम ने अपना कप्तान भी बदल दिया है। अब सविता की जगह सलीमा को कप्तान की जिम्मेदारी दी गई है। जल्द ही भारतीय महिला हॉकी टीम एफ आई एच प्रो लीग खेलने बेल्ज़ियम और इंग्लैंड जाएगी।
श्यामपुर के इस स्कूल से पढ़ी हैं मनीषा चौहान
हरिद्वार की मनीषा चौहान ने कक्षा पांच से ही हॉकी खेलना शुरु कर दिया था। उनके पिता ज्ञान सिंह बीएसएफ से हाल ही में रिटायर हुए हैं। मनीषा का जन्म 1999 में हरिद्वार के श्यामपुर में हुआ था। मनीषा ने श्यामपुर के ही श्रीराम विद्या मंदिर से स्कूली शिक्षा ली और यही से हॉकी खेलना शुरु कर दिया। सीबीएसई द्वारा आयोजित नेशनल लेवल टूर्नामेंट में वो बेस्ट प्लेयर बनी। मनीषा के कोच बलविंद्र सिंह रहे हैं जिन्होंने मनीषा के खेल को तराशने में काफी मेहनत की।
हरिद्वार की मनीषा चौहान
एक के बाद एक मकाम हासिल किए मनीषा ने
मनीषा 2018 में नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस दिल्ली के लिए चयनित हुई। 2019 में केन्या और बांगला देश में खेलने गई। 2020 में आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी और फर्स्ट खेलो इंडिया में प्रतिभाग किया। और 2021 में फर्स्ट हॉकी इंडिया सीनियर वूमन इंटर डिपार्टमेंट नेशनल चेम्पियनशिप् में कप्तान और बेस्ट मिडफील्डर का आवार्ड जीता।
हाल ही में पुणे मे आयोजित 14वी हॉकी इंडिया सीनियर वुमन नेशनल चेम्पियनशिप 2024 में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीता। जिसमें अच्छे प्रदर्शन के चलते मनीषा ने हॉकी इंडिया सीनियर वुमन नेशनल टीम में जगह बनाई। अब उनका चयन राष्ट्रीय टीम में बतौर मिडफिल्डर किया गया है। इसके बाद उनके गांव में परिवार को बधाई देने वालों का तांता लग गया है।
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