चंद्रशेखर जोशी।
हरिद्वार कुंभ मेला 2021 का नोटिफिकेशन सरकार एक अप्रैल को जारी करेगी। इसका मतलब ये हुआ है कि कुंभ मेला एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक रहेगा। इसकी पुष्टि करते हुए मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए इस बार कुंभ मेले चार महीने की जगह सिर्फ एक महीने का होगा जो एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक होगा।
वहीं डीजीपी उत्तराखण्ड अशोक कुमार ने मंगलवार को हरिद्वार में कुंभ की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि कुंभ के लिए फोकस दो मुख्य स्नानों पर रहेगा। पहला स्नान 12 अप्रैल और दूसरा स्नान 14 अप्रैल को होना है। इन दोनों स्नान की तैयारियों की जा रही है। उन्होंने ये भी कहा कि नोटिफिकेशन जारी होने से ही कुंभ के लिए कोरोना संबंधी गाइडलाइन जारी हो जाएगी। बाकी स्नानों पर जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कराया जाएगा।
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क्या है कुंभ के लिए गाइडलाइन
राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक कुंभ का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद यानी एक अप्रैल से कुंभ मेले में भाग लेने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अपना पंजीकरण कुंभ मेला की वेबसाइट पर कराना होगा। यही नहीं कोरोना की आरटीपीसीआर की निगेटिव जांच भी आवश्यक तौर पर लानी होगी जो 72 घंटे से ज्यादा पहले की नहीं हेानी चाहिए। यही नहीं कुंभ के दौरान भंडारे आदि का भी आयोजन नहीं किया जाएगा। वहीं मुख्य स्नानों के दिन बाजारों में सिर्फ आवश्यक दुकानें ही खोली जाएगी।
वहीं दूसरी ओर रेलवे उन्हीं लोगों के टिकट बुक करेगा और हरिद्वार आने की अनुमति देगा जिनके पास पंजीकरण और आरटीपीसीआर की कोरोना जांच रिपोर्ट होगी।
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नहीं चलेंगी स्पेशल ट्रेन
कुंभ मेला में स्नान पर्वों पर स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई जाएगी। सरकार ने इसके लिए रेलवे को पत्र लिखा है और हालांकि इस संबंध में कोई नया आदेश नहीं लिया गया है। ये ही रहा तो रेलवे से भी श्रद्धालु सीमित संख्या में ही आएंगे।