शिक्षा मंत्री निशंक के ड्रीम प्रोजेक्ट पर अफसरों ने लगाया पलीता, 35 करोड़ की बंदरबांट पर बरसे निशंक

रतनमणी डोभाल।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक (Education Minister Dr. Ramesh Pokhiryal Nishank) के ड्रीम प्रोजेक्ट पर अफसरों ने खानापूर्ति करते हुए लीपापोती कर डाली। असल में हरिद्वार से सांसद और केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने विश्व प्रसिद्ध हरकी पैडी के विस्तार के साथ-साथ इसका सौंदर्यीकरण की योजना बनाई थी और इसके लिए इंडियन आॅयल से सीएसआर फंड के तहत 35 करोड़ के बजट का बंदोबस्त बड़ी मुश्किलों से कराया था। लेकिन जिन अफसरों पर योजना को सिरे चढाने का जिम्मा था उन्होंने ही डा. निशंक को अंधेरे में रखकर हरकी पैडी का विस्तार किए बिना ही लीपापोती कर डाली। (Harki Pauri Haridwar)
शुक्रवार को जब डा. निशंक हरिद्वार पहुंचे तो हरकी पैडी पर अपने प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने पहुंच गए, लेकिन निशंक कार्यों को देखकर इतना गुस्सा हो गए कि उन्होंने वहां मौजूद मेला अफसरों को फटकार लगा दी। यही नहीं निशंक ने कार्यदायी संस्था वेबकाॅम के अफसरों को भी फोन पर खरी खोटी सुनाई। निशंक यही नहीं रूके उन्होंने उप मेलाधिकारी हरबीर सिंह और दयानंद सरस्वती को साफ शब्दों में कह दिया कि ये तो पैसे की बर्बादी की जा रही है।

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क्या था प्रोजेक्ट
शिक्षा मंत्री डा. निशंक के प्रतिनिधि ओम प्रकाश जमदग्नि ने बताया कि हरकी पैडी के विस्तार और सौंदर्यीकरण के लिए बजट निश्ंाक जी के प्रयासों से ही मिल पाया था। इसमें विस्तार करते हुए हरकी पैडी पर एक लाख लोगों के गंगा आरती में भाग लेने की व्यवस्था की जानी थी और ब्रह्मकुंड के दोनों ओर स्टेडियम की तरह बैठने की व्यवस्था की जानी था, ताकि भक्तों को गंगा स्नान में कोई बाधा ना हो सके। डा. निशंक ने कार्यदायी संस्था वेबकाॅम तथा हरिद्वार रूडकी विकास प्राधिकरण के अफसरों को योजना बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन डा. निशंक को कोई प्रोजेक्ट नहीं दिखाया गया और सिर्फ कार्यों की लीपापोती की जा रही है। इस पर डा. निशंक काफी नाराज हुए और उन्होंने पूरे प्रोजेक्ट की रिपोर्ट मांगी है और अफसरों को कार्ययोजना के साथ तलब किया है।—-
क्या गंगा सभा की चुप्पी साधे बैठी रही
अब सवाल ये उठता है कि हरकी पैडी की जिम्मेदारी संभालने वाली प्रमुख संस्था गंगा सभा ने भी क्या प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी नहीं जुटाई और जो योजना बनकर आई उसके अनुसार काम करने दिया गया। इस सवाल पर गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने बताया कि श्री गंगा सभा का इस योजना से कोई सीधा संबंध नहीं है। योजना को लागू करने का काम वेबकाॅम और दूसरे अफसर कर रहे हैं। हमारी इस संबंध में शिक्षा मंत्री डा. निशंक जी से कोई चर्चा नहीं हुई और ना ही उन्होंने हमसे कोई नाराजगी व्यक्त की है।

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