interstate theft gang busted five arrested by haridwar police

एनकाउंटर केस: आधे भारत में फैला है गिरोह, महिलाएं भी गैंग का हिस्सा, बुजुर्गों को बनाते हैं निशाना


विकास कुमार।
हरिद्वार रानीपुर थाना के शिवालिक नगर में 26 मई की रात को पुलिस की चेतक टीम पर हमला कर सिपाही प्रीतपाल को गंभीर घायल कर अपने साथियों को छुड़ाने वाले बदमाश गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। जबकि इनके कब्जे से 25 लाख रुपए के जेवर और नगदी भी बरामद की गई है। पुलिस के मुताबिक गिरोह मध्यप्रदेश की पारर्दी जाति से ताल्लुक रखता है और हरिद्वार में कई चोरियों को अंजाम भी दे चुका था। गिरोह को पकड़ने में हरिद्वार एसओजी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। वहीं दो आरोपी अभी भी फरार है उनमें गिरोह का सरगना भी है जिसने कांस्टेबल की गुलेल मारकर आंख फोड दी थी।

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आधे भारत में फैला हैं गिरोह, ऐसे करते हैं वारदात
हरिद्वार पुलिस के गिरोह में खानबदेाश पारदी जनजाति के लोग शामिल होते हैं जो मध्य प्रदेश के उज्जैन, गुना, ग्वालियर व मंदसौर के आस पास के रहने वाले है। उत्तराखण्ड के अलावा ये गिरोह उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र तथा राजस्थान में फैला है। वारदात से पहले ये क्षेत्र की रैकी करते हैं और अपने परिवार के औरतो व बच्चो के साथ अलग-2 राज्यों में बड़े बड़े धार्मिक स्थलो. रेलवे स्टेशनो व बस अड्डों के आस पास अस्थाई रूप से बिछौना डालकर रहना शुरू करते है। दिखावे की खातिर दिन के समय बच्चो के खिलौने व गुब्बारे आदि बेचने का काम करते है। इसी दौरान दिन के समय में ही ये बैट्री रिक्शा व पैदल पॉश कॉलोनियों जाकर रैकी कर अधिकांश ऐसे घरो को टारगेट कर चोरी की घटनाओ को अन्जाम देते हैं।

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बंद मकानों और बुजुर्ग दंपत्ति को बनाते हैं निशाना
गिरोह उन मकानों को निशाना बनाता हैं जो बन्द हो या जिनमे कोई बुजुर्ग दम्पति रहते हो। घटना के समय ये लोग पिठ्ठु बैग अपने साथ में लेकर चलते है। जिसमे पाना, रिन्च, गुलेल तथा कपड़े रखते हैं। पाना व रिन्च का प्रयोग ये लोग ताला तोड़ने में करते हैं कुत्तो को भगाने व आत्मरक्षा के लिए गुलेल का प्रयोग करते हैं और पहचान छुपाने के लिए घटना के बाद कपडे बदल लेते है। ये इतने शातिर होते हैं के घटना के समय मोबाईल फोन का प्रयोग नहीं करते और मोबाईल फोन भी अपनी औरतो के पास रखते हैं। घटना के बाद चोरी के माल को गढढो मे गाड़ देते हैं तथा जेवरात को बेचने का काम अधिकांशतः इनकी औरते करती है। जब किसी घटना मे इन्हें अच्छा जेवरात और नकदी मिल जाता है तो ये तुरन्त स्थान बदल देते है और माल का आपस मे बंटवारा कर दूरस्थ स्थानो पर अलग-अलग सिफ्ट हो जाते है।

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गिरफ्तार आरोपी
01-राहुल पुत्र प्रकाश सिन्धी उम्र 23 वर्ष निवासी नीलगिरी सर्किल थाना लंम्बाई जिला सूरत गुजरात हाल निवासी नया आबादी सुवासरा थाना सुवासरा जिला मंन्सौर मध्यप्रदेश

  1. सन्नी उर्फ समीर पुत्र बुकलिया निवासी अस्सी फुटा टेडी बगिया शिवलोक निकट डिग्री कालेज थाना एतमाउदौला आगरा उम्र 27 वर्ष
  2. मुकेश मारवाड़ी पुत्र अमर सिंह उर्फ भूरा उम्र 30 वर्ष निवासी मारवाड़ी इन्द्रा नगर महता बाग निकट जमुना ब्रिजघाट थाना एतमादौला आगरा
  3. गुज्जर उर्फ गुर्जन पुत्र स्व0 बाबा सिंह निवासी नई आबादी सुवासरा थाना सुवासरा जिला मन्सौर म0प्र0 उम्र 23 वर्ष
  4. शंकर उर्फ वीरू पुत्र अमर सिंह उर्फ राजू उर्फ भूरा निवासी नगला राम मूल काशी राम योजना अस्सी फुटा रोड निकट मन्डी समिति अपेक्स होस्पिटल के पीछे थाना एतमादौला जिला आगरा उम्र 25 वर्ष
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