कुणाल दरगन।
उत्ताखण्ड सरकार में दर्जाधारी राज्यमंत्री सुशील चौहान के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले जन कल्याण सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रदीप चौधरी को आखिरकार ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर के प्रतिनिधि के पद से हाथ धोना पड़ा। इधर, प्रॉपर्टी डीलर ने खुद ही प्रतिनिधि के पद से इस्तीफा देने की बात कहते हुए राज्यमंत्री सुशील चौहान पर हमला जारी रखा। आरोप जड़ा कि राज्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी की छवि को धूमिल कर रहे है। चर्चा है कि राज्यमंत्री के दबाव में ही भाजपा विधायक विधायक ने प्रतिनिधि को हटाया है। आपको बता दें कि राज्यमंत्री सुशील चौहान बहादराबाद थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं और एक वक्त वो हरिद्वार के नामी डॉन घनश्याम भगत के राइट हैंड थे।
पिछले दिनों से राज्यमंत्री सुशील चौहान पर गंभीर आरोप जड़ते हुए प्रॉपर्टी डीलर एवं भाजपा विधायक सुरेश राठौर के प्रतिनिधि हमलावर रहे है। आरोप है कि राज्यमंत्री सुशील चौहान विवादित भूमि के हर प्रकरण में दखल दे रहे है।इसके अलावा भी कई गंभीर आरोप राज्यमंत्री पर प्रॉपर्टी डीलर ने जड़े थे। इधर, राज्यमंत्री के खिलाफ विधायक प्रतिनिधि के मोर्चा खोल देने से भाजपाई असहज महसूस कर रहे थे।
इधर, बुधवार को विधायक सुरेश राठौर ने पार्टी हित को सर्वोपरि बताते हुए प्रदीप चौधरी को प्रतिनिधि के पद से कार्यमुक्त करने की घोषणा कर दी। उधर, प्रेस क्लब सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदीप चौधरी ने खुद विधायक प्रतिनिधि पद से इस्तीफा देने की बात कही। कहा कि उन्होंने यह इसलिए किया है कि ताकि मामले की निष्पक्ष रूप से जांच हो सके। आरोप है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, उन्हें इस तरह की उम्मीद है। आरोप लगाया कि राज्य मंत्री अपने रसूख का गलत इस्तेमाल कर पार्टी की छवि खराब कर रहे हैं। चर्चा है कि राज्यमंत्री के दबाव में ही भाजपा विधायक विधायक ने प्रतिनिधि को हटाया है।

हिस्ट्रीशीटर राज्यमंत्री के दबाव में भाजपा विधायक ने प्रतिनिधि हटाया! प्रोपर्टी डीलर ने लगाएं गंभीर आरोप
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