फरमान खान।
कांग्रेस के कप्तान हरीश रावत ने अपने बच्चों को टिकट दिए जाने के सवाल पर बडी बात कही है। जब उनसे पूछा गया कि अनुपमा रावत, आनंद रावत और विरेंद्र रावत की टिकट दिए जाने में पैरवी करेंगे या नहीं। तो उन्होंने दो टूक कहा कि जिसने जनता के बीच जगह बनाई होगी, जिसने जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विश्वास जीता होगा मैं उसके रास्ते में खडा नहीं होउंगा। लेकिन जो कांग्रेस कार्यकर्ता जीत सकता है और नंबर एक पर है मैं उसको पीछे करके अपने बच्चे को आगे नहीं करुंगा।
गौरतलब है कि हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत हरिद्वार ग्रामीण से टिकट की प्रबल दावेदार हैं जबकि विरेंद्र रावत ने खानपुर से टिकट मांगा है वहीं उनके दूसरे बेटे आनंद रावत कुमाउं में तैयारी कर रहे हैं। हरीश रावत पर दबाव रहता है कि उन्होंने अभी तक अपनी राजनीतिक विरासत आगे नहीं बढाई है। माना जा रहा है कि इस बार हरीश रावत खुद चुनाव नहीं लड रहे हैं तो ऐसे में अपने किसी बच्चे को टिकट दिला सकते हैं। लेकिन हरीश रावत का ताजा तीनों को ही साफ संकेत है कि उनके टिकट की राह आसान नहीं है।
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