Fake Wedding देश के बड़े शहरों की तर्ज पर अब फेक वेडिंग यानी झूठी शादी समारोह का चलन अब देहरादून में भी शुरु हो गया है। फेक वेडिंग आयोजन मॉल आफ देहरादून में छह सितम्बर को आयोजित किया जाना था, इसके लिए टिकट भी बिक गए थे। लेकिन पुलिस ने एक्शन लेते हुए इस तरह के कार्यक्रम को पूरी तरह से अवैध बताते हुए कैंसिल करा दिया।
क्या होती है Fake Wedding
Fake Wedding आयोजनों का ट्रेंड दिल्ली में एक मज़ेदार, सांस्कृतिक और सोशल मीडिया-ड्रिवन पार्टी फॉर्मेट के तौर पर उभरा है। यह पारंपरिक शादी के रस का अनुभव बिना बंधनों के—बस जश्न और मस्ती के लिए—फैलने वाला नया ट्रेंड बन चुका है। हालांकि, यह पूरी तरह से मनोरंजक पहल है और इसका धोखाधड़ी मामलों से कोई संबंध नहीं है।
Fake Wedding
दुल्हा—दुल्हन नहीं बस शादी समारोह का आनंद
इस शादी में दुल्हा दुल्हन नहीं होते हैं लेकिन बाकी सब अरेंजमेंट शादी वाले ही होते हैं। डांस, खाना, मस्ती, बातचीत आदि इत्यादि सब कुछ। इस तरह के फेक वेडिंग आयोजित करने वाले इवेंट प्लानर टिकट तय करते हैं जो पांच सौ रुपए से लेकर पांच हजार रुपए तक होता है। प्री बुकिंग के आधार पर ही शादी समारेाह में एंट्री मिलती है।

पुलिस ने लिया एक्शन
Mall of Dehradun में “Band Baaja Baarat – Fake Wedding” शीर्षक से एक कार्यक्रम प्रस्तावित था, जिस पर कुछ संगठनों द्वारा यह आरोप लगाते हुए विरोध किया गया कि उक्त आयोजन हिंदू विवाह परंपरा एवं धार्मिक भावनाओं का उपहास है। उक्त विरोध को देखते हुए एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिगत पुलिस द्वारा उक्त कार्यक्रम रद्द करवा दिया गया है साथ ही आयोजकों को स्पष्ट और सख्त हिदायत दी गई है।


