फ़र्ज़ी वोटर मामला: मदन कौशिक के खिलाफ शिकायत पर जांच के आदेश, किसने की थी शिकायत, बढ़ी मुश्किलें
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विकास कुमार।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की विधानसभा में फर्जी वोटरों मतदाताओं की जांच कराने की शिकायत के बाद सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तु दास ने जिला अधिकारी हरिद्वार को जांच के आदेश दिए हैं। मदन कौशिक हरिद्वार जनपद की हरिद्वार नगर सीट से विधायक हैं और कांग्रेस सहित अन्य विपक्ष के लोग मदन कौशिक पर हमेशा से फर्जी मतदाताओं को वोटर लिस्ट में नाम चढ़ाकर जीतने का आरोप लगाते रहे हैं।

इस मामले में खन्ना नगर निवासी एडवोकेट चरण सिंह सैनी की शिकायत का संज्ञान लेते हुए सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जिलाधिकारी हरिद्वार को जांच के आदेश किए हैं। वही जब इस बारे में शिकायतकर्ता चरण सिंह सैनी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके पास एक पत्र इस संबंध में पहुंचा है। जबकि उन्होंने कभी भी इस तरह की कोई शिकायत शासन में नहीं की। उन्होंने कहा कि मेरे नाम से किसी ने कोई शिकायत की होगी इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है। वही फर्जी मतदाताओं की जांच के मामले में कांग्रेस एक बार फिर हमलावर हो गई है। कांग्रेस के नेता अनिल भास्कर ने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि मदन कौशिक के पास फर्जी वोटरों की एक बड़ी जमात है। हर साल वोटर लिस्ट में अपना नाम लिखाने में कामयाब हो जाते हैं। इसकी जांच की मांग लंबे समय से कांग्रेसी उठा रही है। अगर जिलाधिकारी सही से जांच करेंगे तो गड़बड़झाला जरूर सामने आ जाएगा।

वहीं कांग्रेस के युवा नेता रवीश भटीजा ने कहा कि मदन कौशिक की जीत में फर्जी मतदाता हमेशा से एक अहम रोल निभाते आए हैं। हरिद्वार विधानसभा में मतदाता सूची की निष्पक्ष तरीके से जांच की बेहद आवश्यकता है। इसलिए जिलाधिकारी को इसमें निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी। उधर भाजपा नेता जिला महामंत्री विकास तिवारी ने कहा कि फर्जी मतदाताओं के आरोप बेबुनियाद हैं विपक्ष के पास कोई जनाधार नहीं है इसलिए वह इस तरह के आरोप लगा रही है हम किसी तरह की जांच से नहीं डरते हैं इस बार भी भाजपा रिकार्ड मतों से विजय होगी।

पहले से ही पुस्तकालय घोटाले में हाईकोर्ट के कड़ी फटकार से मदन कौशिक की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। अब फर्जी मतदाता सूची के आरोप की जांच के बाद मदन कौशिक की मुश्किल है और ज्यादा बढ़ने वाली हैं। मंत्री पद से हटने के बाद पहले ही मदन कौशिक का ग्राफ नीचे चला गया है जिसके बाद उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।