हरिद्वार: दो जून की रोटी के लिए जिस्म का सौदा करने को मजबूर हुई महिलाएं, सुनिए आपबीती

विकास कुमार।
हरिद्वार पुलिस ने रेलवे रोड और हरिद्वार के होटल बाहुल्य इलाकों से आठ सेक्स वर्कर्स को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस का दावा है कि ये सभी महिलाएं सार्वजनिक स्थानों पर अश्लील हरकतें कर राहगीरों और अन्य लोगों को लुभाती थी, ​इसके कारण माहौल खराब हो रहा था। ये सभी सेक्स वर्कर हैं और इनमें से कुछ पहले भी गिरफ्तार हो चुकी है।
नगर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि ये सभी महिलाएं हरिद्वार, ज्वालापुर और कनखल के इलाकों की रहने वाली हैं और सभी की माली हालात बहुत खराब हैं। ये सभी शादीशुदा हैं और इनके पति कुछ नशा करते हैं तो कुछ मजदूरी करते हैं लेकिन लॉकडाउन के कारण इनके हालात खराब हो गए हैं और परिवार पालने की मजबूरी में ये महिलाएं जिस्म बेचने को मजबूर हो गई हैं। 25 साल की सुष्मिता, बदला हुआ नाम, ने बताया कि मेरे पति नशे के आदी हैं और दो छोटे बच्चे हैं। पहले घरों में झाडू पोछा और दूसरा काम कर लिया करती थी। लेकिन अब काम नहीं है। लॉकडाउन होने के कारण हरिद्वार में भी इतना काम नहीं रहा। इसलिए ये काम करने के लिए मजबूर हो गई। कई बार सोचा ये सब गलत है लेकिन पेट पालने का कोई जरिया तो चाहिए।
उन्होंने कहा​ इससे पहले भी हमने करीब 24 महिलाएं को इसी आरोप में गिरफ्तार किया है। हम इनकी काउंसलिंग भी करते हैं लेकिन रोजगार के अभाव में ये फिर से इस धंधे में उतर आती हैं। हालांकि अभी तक कोई बडा गिरोह सामने नहीं आया है और ये निजी तौर पर ही ग्राहकों को लुभाती हैं।

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स्थानीय होटलों की भूमिका भी संदिग्ध
पुलिस का दावा है कि ग्राहक मिलने के बाद ये महिलाएं आस—पास के सस्ते होटलों और लॉज में कमरा लेकर वहां जाते हैं। अभी तक इस तरह की कोई रेड तो नहीं हुई है लेकिन हमने सभी होटल और लॉज वालों को बोल दिया है कि बिना आईडी कमरा ना दिया जाए और ना ही जिस्मफरोशी के लिए कोई कमरा होटल मालिक दें। हालांकि होटल संचालक खुद घाटे में हैं ऐसे में वो भी ये रिस्क लेने के लिए तैयार हो जाते हैं।

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