विकास कुमार।
पंचायत चुनाव के बाद घर और बाहर दोनों तरफ से हमले झेल रही हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत ने संघर्ष का ऐलान कर दिया है। अनुपमा रावत नाम ना लेते हुए पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अनुपमा ने पत्र जारी करते हुए इस लडाई में हरिद्वार ग्रामीण की जनता से सहयोग की अपील की है। Congress MLA Anupama Rawat target bjp leader Swami Yatishwaranand
अनुपमा रावत का आरोप है कि विधानसभा चुनाव में हार का बदला हरिद्वार ग्रामीण की जनता से लिया जा रहा है। प्रशासन की मदद से बेकसूरों पर मुकदमे दर्ज किए जा रहें हैं और लोगों को प्रताडित करने का काम किया जा रहा है। जो पूर्व मंत्री के दरबार में जाकर नतमस्तक नहीं हो रहा है उनके कारोबार पर चोट की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस तानाशाही को रोकने के लिए अब वो लडाई लडने जा रही है।

————————————
हरिद्वार ग्रामीण की संपदा पर स्थानीय जनता का हक
अनुपमा रावत ने ये भी आरोप लगाया कि हरिद्वार की संपदा पर अपने रिश्तदारों को बाहर से बुलाकर उनका दोहन करने का काम कराया जा रहा है। जबकि यहां की जल जंगल और जमीन पर स्थानीय लोगों का हक है। उन्होंने ये भी कहा कि मेरे परिवार का कोई सदस्य या रिश्तेदार यहां की संपदा को लूटने का काम नहीं करेगा और ना ही किसी दूसरे बाहरी व्यक्ति को मैं ये करने दूंगी। उन्होंने कहा कि इस लडाई के लिए हरिद्वार की जनता का उन्हें सहयोग चाहिए। क्योंकि ये मेरा परिवार है।
गौरतलब है कि स्वामी यतीश्वरानंद ने पंचायत चुनाव में हरिद्वार ग्रामीण से कांग्रेस का सूपडा साफ कर दिया। अधिकतर जिला पंचायत भाजपा के जीते और जो निर्दलीय या दूसरे दलों के थे उन्होंने भी आश्रम जाकर अपनी आस्था भाजपा और स्वामी यतीश्वरानंद में जता दी। अनुपमा रावत को पंचायत चुनावों के नतीजों के कारण घर और बाहर दोनों जगह विरोध झेलना पड रहा है।