रतनमणी डोभाल। वरिष्ठ भाजपा नेता और नगर निगम हरिद्वार में विपक्ष के नेता पार्षद सुनील अग्रवाल ने नगर निगम में सफाई के नाम पर करोड़ों रूपए सालाना ठिकाने लगाने का आरोप कांग्रेस मेयर अनीता शर्मा पर लगाया है और कहा कि अपने निजी फायदे के लिए हरिद्वार की जनता को ठगने का काम किया जा रहा है। साथ ही सरकारी धन की बंदरबांट की जा रही है। –
— क्या है मामला असल में नगर निगम हरिद्वार ने सफाई व्यवस्था के लिए केआरएल कंपनी को हायर किया है। सालों से कंपनी को हर महीने पच्चीस से तीस लाख रूपए का भुगतान किया जाता है। इसके अलावा केआरएल कंपनी हरिद्वार नगर निगम में रहने वाले लोगों से कचरा कलेक्ट करने के लिए भी चार्ज लेता है जो करीब पंद्रह लाख रूपए बैठता है। जबकि केआरएल ना तो सफाई करने में कामयाब हुआ है और ना ही कचरे का निसतारण किया गया है। जबकि केआरएल वाहन भी नगर निगम के प्रयोग करता है। भाजपा नेता सुनील अग्रवाल का आरोप है कि कांग्रेस मेयर अनीता शर्मा सब जानते हुए भी लगातार अनजान बने हुए हैं और इस कचरा घोटाले में बराबर की भागीदार हैं, चूंकि कांग्रेेस नेताओं के साथ मिलकर हरिद्वार को ठगा जा रहा है। उन्होंने केआरएल संस्था को हटाकर निगम कर्मचारियों से काम कराने की मांग की है। —
भुगतान की जांच की मांग भाजपा नेता सुनील अग्रवाल ने पिछले दो सालों में केआरएल को किए गए भुगतान की जांच की मांग की है। साथ ही केआरएल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। उन्होंनेक कहा कि शहर को बचाने के लिए भाजपा पार्षद साथ हैं और इसमें शासन को जल्द ही फैसला लेना चाहिए। —-
कांग्रेसी शहरी विकास मंत्री पर लगा चुके आरोप वहीं कांग्रेस के पार्षद पूरे प्रकरण के लिए शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को जिम्मेदार बता चुके हैं। कांग्रेस का आरोप है कि केआरएल को भाजपा ही वाॅकओवर दे रही हैं। केआरएल ने कचरे का निस्तारण भी नहीं किया और अब नगर निगम के अधिकारी भाजपा नेताओं के साथ मिलकर लीगेसी वेस्ट के नाम पर करोड़ों रूपए इधर से उधर करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जानी चाहिए।